शुक्रवार, जुलाई 18, 2025
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बैरिगनिया से शराब के साथ तस्कर गिरफ्तार

सीतामढ़ी। सरकार के सख्ती के बावजूद शराब का अवैध कारोबार थमने का नाम नही ले रहा है। धंधेबाजो ने सीतामढ़ी पुलिस को नाको दम करके रखा हुआ है। नबीनतम घटना सीतामढ़ी की है। यहां बैरगनिया पुलिस ने 180 बोतल नेपाली शराब के साथ दो तस्कर को गिरफ्तार किया है। पकड़े गये कारोबारी के पास से पुलिस लिखी एक बाइक मिली है।

सांसद को हथकड़ी लगाने वाले पुलिसकर्मी निलंबित

पटना। सांसद पप्पू यादव को हथकड़ी लगाना पुलिस के अधिकारी को मंहगा पड़ गया। सांसद पप्पू यादव की पत्नी सांसद रंजीता रंजन ने लोकसभा में इस मुद्दा को उठाया था। संसद में आवाज उठने के बाद बिहार पुलिस महकमे में खलबली मची हुई थी। पटना के एसएसपी मनु महाराज ने 11 पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया है। इसमें एक दारोगा, एक एएसआई और 9 सिपाही शामिल हैं। सांसद ने इन लोगो पर आरोप लगाया था कि इन सभी पुलिस वालों ने गैर जिम्मेदाराना तरीके से सांसद को हथकड़ी लगाकर कोर्ट में पेश किया।

छेड़खानी के आरोप में दो युवक गिरफ्तार

मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर महिला के साथ छेड़खानी करना दो युवक को मंहगा पड़ गया। महिला की शिकायत पर जीआरपी पुलिस ने दोनो युवक को गिरफ्तार कर लिया है।

शराब बरामद, कारोबारी फरार

बगहा। बिहार के बगहा में पुलिस ने शराब कारोबारियो के खिलाफ अपना अभियान तेज कर दिया है। इसी कड़ी में पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने बथुबरिया से 55बोतल शराब बरामद कर लिया हैं। हालांकि पुलिस छापामारी की भनक मिलते ही पुलिस के पहुंचने से पहले ही कारोबारी फरार होने में सफल हो गया।

महिला सचिव गिरफ्तार

शिवहर। बिहार के शिवहर जिला में पुलिस ने चार विद्यालय के महिला सचिव को गिरफ्तार कर लिया हैं। गिरफ्तार होने वाले सभी आरोपितो पर विद्यालय विकास कोष की राशि का गवन करने का आरोप था।

पिस्तौल के बल पर लूट

मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिला अन्तर्गत अहियापुर थाना के दादर कोल्हुआ  में  दुध व्यापारी सें पिस्तौल के बल पर अपराधियों ने  50 हजार रुपये लूट लिये। घटना को अंजाम देने के बाद लूटेरा मौके से भागने में सफल रहा।

बूढ़ी गंडक में मछलियों का मरना निरंतर जारी, जिम्मेवार कौन?

राजकुमार सहनी
मुजफ्फरपुर।  बूढ़ी गंडक नदी में केमिकल के असर से मछलियों के मरने का सिलसिला नहीं थम रहा है और स्थिति दिन प्रतिदिन भयावह होता जा रहा है। आथर घाट में बड़ी संख्या में मरीं मछलियां देखी गईं। नदी का पानी भी काला नजर आने लगा है पानी जैसे जैसे आगे के तरफ बढ़ रहा है जहरीला होता जा रहा है। ऐसे में अभी तक सरकार के तरफ से कोई पहल नहीं होना चौका देता है।
विदित हो की मामले को लेकर बोचहां के देवव्रत सहनी ने मुशहरी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। प्राथमिकी में कहा गया कि बुधवार सुबह आथर घाट में बड़ी संख्या में मरीं मछलियां पानी के ऊपर आ गईं। आशंका जताई जा रही कि नदी के प्रवाह क्षेत्र में किसी मिल से केमिकल छोड़े जाने से ऐसा हुआ। यह केमिकल जैसे-जैसे पानी में मिलकर आगे जाएगा मछलियां व अन्य जलजीवों पर इसका दुष्प्रभाव पड़ना तय है। वहीं नदी किनारे रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर भी इसका बुरा असर पड़ रहा है।
बोचहां विधायक बेबी कुमारी ने भी बूढ़ी गंडक में मछलियों के मरने का मामला उठाया है। उन्होंने कहा कि नदी में जहरीला पानी या केमिकल छोड़ा गया है। इससे मछलियां मर रही है। उन्होंने प्रशासन से इसे गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच करने को  कहा है। वहीं इसका मछुआरों पर असर पड़ने से मुआवजा की भी मांग की है। कहतें हैं कि जहरीला कचरा बहाने का मामला प्रकाश में आया है। प्रखंड के डढिया ढाब, राजबाड़ा, ककराचक आदि गांवों में नदी का पानी विषाक्त हो गया है। जिससे मछलियों के साथ पानी में रहने वाले जीव भी तेजी से मरने लगा हैं।
तीन दिनों में करोड़ों रुपये की मछली मरकर पानी की ऊपरी सतह पर आ गई है। इससे महामारी फैलने की आशंका से इनकार नही किया जा सकता है। इतना ही नहीं, आसपास के गांवों में मवेशी भी इस जहरीले पानी को पीने से बीमार होने लगे हैं। भाकपा माले नेताओं की जांच टीम ने घटना स्थल का मुइाअना करने के बाद प्रशासन से अबिलम्ब हस्तक्षेप करने की मांग की है। टीम में माले के प्रखंड सचिव रामबालक सहनी, कमेटी के राज्य सदस्य बिंदेश्वर साह, वीरेंद्र पासवान आदि शामिल थे। इनलोगों ने आरोप लगाया कि नदी में चीनी मिल का जहरीला कचरा बहाने के कारण सैकड़ों क्विंटल छोटी- बड़ी मछलियां मर गई हैं। भाकपा माले ने इसके लिए जवाबदेह चीनी मिल पर मुकदमा दर्ज करने के साथ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
इस बीच बोचहां के देवव्रत सहनी ने मुशहरी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। प्राथमिकी में कहा गया कि बुधवार सुबह लोगों ने आथर घाट में बड़ी संख्या में मरीं मछलियो को पानी के ऊपर देखा। इसके बाद गांव में सनसनी फैल गई।

रैयतों के पक्ष में थे कई अंग्रेज अधिकारी 

राजकिशोर प्रसाद
बंगाल के बाद बिहार चंपारण में भी रैयतों ने नील विद्रोह शुरू कर दिया। इस बढ़ते विद्रोह के पक्ष में कई अंग्रेज अधिकारी थे। 1857 की क्रांति को दबाने से अंग्रेजो के मंसूबे और बुलन्द हुये और औपनिवेशिक सत्ता की जड़े और मजबूत करने की मंशा बना ली। देहाती भारतीय रैयतों पर जबरन नील की खेती का दबाव जबरदस्त तरीके से बढ़ाना शुरू किया। रैयतों पर गोरो का जुल्म सितम पर था। उस वक्त कुछ अंग्रेज अधिकारी रैयतों के पक्ष में अपनी आवाज उठायी। इसमें बंगाल के जेसोर व नादिया के तत्कालीन मजिस्ट्रेट मिस्टर टावर ने इसका विरोध करते हुये कहा था कि एक भी नील का पट्टा बिना हिंदुस्तानियो के खून से रंगा विलायत नही पहुंचती। इसपर अंगेजी सरकार बौखला कर जांच कमिटि गठित कर दी। जब एम टावर को कमीशन के समक्ष पेश किया गया तो टावर ने बेबाक कहा कि मेरे जैसे कितने मजिस्ट्रेट यहां आये और निरीह भोले भाले पर कोठीवालो ने जुल्म ढ़ाहे उनके शरीर को भाले से आरपार छेद दिया। बहुत को गायब कर दिया। इस तरह की रक्तपात से होनिवाली नील की खेती का मैं विरोधी हूँ। इस पर कमीशन ने उन्हें पद से हटाकर जेल में डाल दिया। इसी तरह  रिचर्ड टेंपल ने भी रैयत के मित्र थे। जब चंपारण पर जाँच कमिटि बनाने की बात आई तो टेंपल ने इसे ख़ारिज करते हुये कहा कि इससे राज व्यवस्था चोटिल हो जायेगी और असहजता बढेगी। इसी तरह जेपी ग्रैंड ने भी रैयतों को अपनी पसन्द की खेती करने और दबाव पर जबरन नील की खेती करने का विरोध किया। लॉरेंस ने भी अपनी सलाह दी की निलहो को रैयतों के साथ मिलकर चलना चाहिये। 1857 के चंपारण में हुये नील विद्रोह का समर्थन कुछ अंग्रेज अधिकारी किये थे। 1908 में विद्रोह के जाँच अधिकारी डब्लू आर गोर्ले ने अपनी जाँच प्रतिवेदन रैयतों के पक्ष में दी। गांधीजी के चंपारण यात्रा के बाद चंपारण के सर्वे सेटलमेंट अधिकारी स्वीनी ने पहली बार  रैयतों को निडर होकर अपनी बात रखने का प्रशिक्षण दिया। साथ ही एफएल सलाई की अध्यक्षता में गठित जाँच कमिटि अपनी निष्पक्षता दिखाई। इसमें तत्कालीन गवर्नर एडवर्ड ने अपनी अहम भूमिका निभाई। इस पर महात्मा गांधीजी ने खासकर गवर्नर एडवर्ड को धन्यवाद दिया। इतना ही नही रैयतों पर हो रहे जुल्म के खिलाफ आवाज उठाने वाले सभी गोरे अधिकारियो को गांधीजी ने साभार व्यक्त किया। अब वक्त है जब हम चंपारण शताब्दी वर्ष मना रहे है। उनमें गांधीजी के साथ और भी कई है, जिन्हें याद किये जाने की जारुरत है।

आगरा में सिपाही को मारी गोली

यूपी। आगरा के शमसाबाद में एसओजी के एक सिपाही को अपराधियो ने गोली मार कर हत्या कर दी और सिपाही की पिस्टल भी लूट कर ले गए। दो अपराधी वारदात को अंजाम देने के बाद बाइक से फरार हो गये। सिपाही की हत्या से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। मृतक यूपी के मैनपुरी का रहने वाला था।

लामा को लेकर लामबंदी

चीन ने दी भारत को घुड़की
कश्मीर पर दखल की धमकी

नई दिल्ली। चीन की सरकारी मीडिया ने गुरुवार को भारत को घुड़की देते हुए लिखा कि चीन कश्मीर मसले पर दखल दे सकता है। दरअसल, तिब्बत के आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा के अरुणाचल दौरे को लेकर भारत और चीन के बीच बयानबाजी तीखी हो गई है। इस बीच दलाई लामा ने एक बयान जारी करके अपने दौरा को सिर्फ आध्यात्मिक दौरा बतातें हुए इसको लेकर दोनो पक्षो को विशेषकर चीन को संयम बरतने को कहा है।

धर्म अफीम है क्या…?

जयनारायण प्रसाद
हमारे जीवन में धर्म की जितनी व्यापक और निर्णायक भूमिका है, उसे देखते हुए यह सवाल उठना वाजिब है कि धर्म, धर्म के लिए या धर्म आदमी के लिए? जब हम वे कपड़े नहीं पहनते जो हजार साल पहले पहने जाते थे, जब हम वह खाना नहीं खाते जो हमारे पूर्वज खाया करते थे, जब हर पंद्रह-बीस साल बाद भाषा तक बदल जाती है, तब इस जिद का क्या अर्थ हो सकता है कि धर्म के मामले में हम वहीं चिपके रहेंगे। जहां, कई हजार साल पहले हमारे पूर्वज अपने अज्ञान और पूर्वाग्रहों के साथ खड़े थे। बेशक धर्म के क्षेत्र में भी परिवर्तन होते रहे हैं, कई बार क्रांतियां तक हुई हैं। इससे कुछ चीजें बदलती जरूर हैं, लेकिन उसका मूल आधार बना रहता है कि कोई बात इसलिए सही नहीं है क्योंकि वह सही है, बल्कि इसलिए सही है कि किसी संत, गुरु , आचार्य ने ऐसा कहा है या अमुक पुस्तक में ऐसा लिखा हुआ है।
जब यह बताया जाता है कि धर्म ने मानव समाज को क्या-क्या दिया है, तो वह पूरा गलत नहीं होता। मनुष्य के विकास में धर्म की भूमिका अकाट्य है, लेकिन इससे ज्यादा बुद्धिमानी की बात यह कल्पना करने की है कि धर्म न होता और आदमी ने बुद्धि के रास्ते पर चलते हुए समाज का निर्माण किया होता, तब क्या होता? क्या वह आज की अपेक्षा ज्यादा न्यायपूर्ण और सुखी समाज न होता? जिसमें लोगों की जिंदगी उनके अपने हाथ में होती और वे दुख से बचने और सुखी होने के लिए वैज्ञानिक तौर पर सोचते और एक-दूसरे की बातों को काटते नहीं, बल्कि सुधारते?
परंपरा की सबसे शक्तिशाली, परंतु सबसे ज्यादा बोझिल विरासत धर्म ही है। जन्मते ही हमें इस जेल में बंदी बना दिया जाता है ताकि हम और विषयों में तर्क-वितर्क करें या न करें, पर धर्म पर विचार-पुनर्विचार न करें। स्पष्टत: यह जीने की एक खास शैली है, जिसके केंद्र में तर्क नहीं, अंधविश्वास है। ठीक ही कहा गया है कि धर्म ने आदमी को नहीं बनाया है, आदमी ने धर्म को बनाया है। यहां धर्म की जगह ईश्वर रख दें, तब बात और स्पष्ट हो जाएगी।
धर्म खतरनाक इसीलिए है क्योंकि यह समाज में अपनी सत्ता बना लेता है और अपनी सुरक्षा के लिए समाज की मानसिक प्रगति को रोकने का प्रयास करता  है। यह आश्चर्य की बात नहीं है कि धर्मसत्ता ने हमेशा राजसत्ता की अधीनता स्वीकार की है और धर्मसत्ता को न्याय तथा विषमता के विरुद्ध आवाज उठाने वाली ताकत के रूप में नहीं देखा जाता है। पहले वह सामंतवाद के साथ थी, अब पूंजीवाद के साथ उसका गठबंधन है। जब भारत में ब्रिटिश सत्ता कायम हो गई, तब ईसाई पादरी साम्राज्यवादियों को यह समझाने नहीं आए कि तुम जो कर रहे हो वह ईसा मसीह की सीख के विपरीत है, बल्कि वे खुद ही भारतवासियों को ईसाई बनाने लगे। धर्मसत्ता में बदल कर धर्म में शेर की ताकत आ जाती है और आदमी मेमना हो जाता है।

गुस्सैल पिता ने अपने मासूम बिटिया की कर दी हत्या

मधेपुरा। जिले के शंकरपुर थाना के गिद्धा पंचायत अन्तर्गत कजरा गांव में एक गुस्सैल बाप ने अपने एक साल की मासूम बेटी की गला दबा कर हत्या कर दी। इससे पहले उसने अपनी पत्नी को भी पीटा। पत्नी के द्वारा दहेज उत्प्रीड़न का केस दर्ज कराये जाने के बाद यह घटना हुई। बहराहाल, पत्नी के बयान पर पति समेत ससुराल पक्ष के चार लोगों के विरुद्ध शंकरपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज हो गई है। जानकारी के मुताबिक कजरा गांव के प्रदीप यादव की सौर बाजार थाना के सहुरिया पूर्वी निवासी गुलाब यादव की पुत्री 25 वर्षीय ममता कुमारी के साथ दो वर्ष पूर्व शादी हुई थी। शादी के एक साल बाद ममता ने एक पुत्री को जन्म दिया था। शादी के कुछ दिन बाद से ही दहेज की मांग को लेकर ससुराल वाले ममता को यातनाए देने लगे थे।

वृद्धा की हत्या खेत से मिला शव

मधेपुरा।  मधेपुरा जिले के रतवारा थाना क्षेत्र के बघरा के समीप से एक वृद्ध महिला का शव बरामद हुआ है। शव मकई के खेत में मिला है। महिला के सिर के पीछे चोट का निशान है। स्थानीय लोगो की मदद से पुलिस ने महिला की पहचान कर ली हे। उसका नाम विमला देवी है और उम्र करीब 70 वर्ष बताया जा रहा है। वह खगड़िया जिला के बेलदौर थाना की मूल निवासी है। मृतिक यहां सूद का कारोबार करती थी।

शिवलिंग मिलते ही खोजपुर में तनाव

मधुबनी। मधुबनी के बाबूबरही प्रखंड के नवकाटोल खोजपुर के पास मिट्टी की खुदाई के दौरान करीब ढ़ाई फुट लंबी शिवलिंग मिला है। शिवलिंग के अचानक प्रकट होने की खबर पुरे एरिया में आग की तरह फैलने लगी। देखते ही देखते खुदाई स्थल पर नवकाटोल, खोजपुर और कुकरूपट्टी गांव के लोग बड़ी संख्या में जमा होने लगे। सूत्रो के मुताबिक नवकाटोल तथा खोजपुर गांव के लोगो ने खुदाई से मिले शिवलिंग को स्थानीय शिवालय में स्थापित कर दिया है।  इससे नाराज कुकरूपट्टी के ग्रामीणों ने बाबूबरही खुटौना रोड को जाम कर यातायात बाधित कर दिया। गुस्साए लोग शिवलिंग को अपने गांव के शिवालय में स्थापित करने की मांग कर रहें हैं। फिलहाल, इस शिवलिंग के दर्शन व पूजन को लेकर समीप के गांव से शिव भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है।

मधुबनी के रामपट्टी में निषेधाज्ञा, स्थिति नियंत्रण में

मधुबनी। रामनवमी की जुलूश को लेकर मधुबनी के रामपट्टी में भड़का तनाव, अब नियंत्रण में है। पुलिस ने आसपास के क्षेत्रों में अगले आदेश तक के लिए धारा 144 लागू कर दिया है। तनाव वाले एरिया में मैजिस्ट्रेट की निगरानी में पुलिस बल की तैनाती है। सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है। अफवाह फैलाने वाले पुलिस की रडार पर है।
रामपट्टी बाजार से लेकर गौसनगर के बीच नवयुवकों की नासमझी को इस तनाव का कारण बताया जा रहा है। सूत्र बतातें हैं कि कुछ लोग मधुबनी को बदनाम करने करना चाहतें थे। किंतु, पुलिस की मुस्तैदी से वे अपने इरादो में नाकमयाब साबित हुए। हालांकि, इस दौरान उपद्रवियो द्वारा लगाई गई आग से काफी नुकसान हुआ है। फिलहाल, स्थिति नियंत्रण में है।

दरभंगा में हादसा, छज्जी गिरने से कई जख्मी

दरभंगा। लहेरियासराय के नीम चौक पर रामनवमी की झांकी देखने के दौरान मकान की छज्जी गिरने से आधा दर्जन लोग जख्मी हो गये। सभी जख्मी को डीएमसीएच में भर्ती कराया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो तीन दर्जन से अधिक लोग छज्जी पर खड़े होकर रामनवमी के अवसर पर निकली झांकियां देख रहे थे। उसी वक्त अचानक छज्जी टूट जाने से यह हादसा हो गया।

मुजफ्फरपुर में फिर गरजा एके 47, ठेकेदार की हत्या

मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर में अपराधियों का हौसला इतना बुलंद हो गया है कि दिन दहाड़े एके 47 से एक ठेंकेदार को छलनी कर दिया। घटना के बाद मृतक ठेकेदार ट्रेवल एजेंसी संचालक प्रणव शाही उर्फ अतुल शाही के घर में कोहराम मच गया। वह कांटी थाना के वीरपुर गांव का रहने वाला है। एके 47 की तड़तड़ाहट से पुरा शहर दहल गया। घटना शहर के मिठनपुरा थाना क्षेत्र के वीसी लेने स्थित ठेंकेदार के आवास पर हुई। घटना के वक्त घर पर उसकी पत्नी, बेटा और बेटी मौजूद थे। बताया जाता है कि घटना से ठीक पहले ठेंकेदार स्टेशन से कलेक्शन ले कर घर लौटा था, तभी अपराधियो ने धावा बोल दिया।

न्यायिक दंडाधिकारी के ऑफिस में चोरी

मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिलें में प्रथम न्यायिक दंडाधिकारी अमीत कुमार तिवारी के कार्यालय में चोरो नें बीती रात चोरी कर ली। पुलिस मामलें की जांच में जुटी हैं।

बिना कप्तानी के पहली बार आइपीएल मे उतरेंगे धौनी

​पुणे सुपरजायंटस व मुबंई इंडियंस मे आइपीएल का दूसरा मुकाबला आज

संतोष कुमार गुप्ता

नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल के 10वें सीजन का दूसरा मैच पुणे सुपरजायंटस व मुम्बई इंडियंस के बीच होगा। चेन्नइ सुपरकिंग्स को कई बार चौम्पियन बनाने वाले पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी आइपीएल के इतिहास मे पहली बार पुणे की टीम में बिना कप्तानी के मैदान में उतरेंगे। पहले मुकाबले में सनराइजर्स हैदराबाद ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को मात दी। पुणे और मुंबई के मैच का लोगो को बेसब्री से इंतजार है। पिछले साल आईपीएल में एंट्री पाने वाली पुणे सुपरजायंटस ने इस साल कई बदलाव किए हैं। धोनी भी पहली बार बिना कप्तानी के मैदान में नजर आएंगे। राइंजिग पुणे सुपरजायंट टीम की कमान स्टीव स्मिथ को सौंपी गई है।  पुणे की टीम पिछले सीजन के अपने खराब प्रदर्शन को भुलाने के साथ बेहतर खेल के इरादे से उतरेगी। हालांकि उसके सामने दो बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस की टीम होगी जिसकी कप्तानी रोहित शर्मा करेंगे जो कि चोट के बाद वापसी कर रहे हैं।
पहली बार महज खिलाड़ी के तौर पर उतरेंगे धोनी
पुणे की टीम महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ के नेतृत्व में मैदान में मोर्चा संभालेगी। धोनी ने पिछले सभी 9 सीजन बतौर कप्तान के तौर पर खेले हैं। यह पहला मौका होगा जब धोनी महज एक खिलाड़ी के तौर पर मैदान में नजर आएंगे। पिछली बार पुणे की टीम सिर्फ धोनी की कप्तानी में सिर्फ पांच ही मैच जीत दर्ज कर पाई थी। इस तरह से धोनी अब किसी भी फॉर्मेट में कप्तान नहीं हैं। टेस्ट, वनडे और टी-2- के बाद अब आईपीएल में भी धोनी बतौर कप्तान नहीं खेलेंगे। धोनी से टीम की कप्तानी से हटा जरूर दिया गया है लेकिन उन पर बल्ले से कमाल दिखाने का दबाव जरूर रहेगा। स्टीव स्मिथ की बात करें तो हाल ही में भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में हार और विवाद को भुलाकर एक बार फिर से सकारात्मक ढंग से पुणे की टीम को जीत दिलाने की कोशिश करेंगे।
बेन स्टोक्स पर सबकी नजर
पुणे ने सर्वश्रेष्ठ आलराउंडरों में से एक इंग्लैंड के बेन स्टोक्स को 14.5 करोड़ रुपए में खरीदा था। यह इस साल की नीलामी में बिकने वाले सबसे महंगे खिलाड़ी थे। ऐसे में सबकी नजरें उन पर रहेंगी। स्मिथ और डूप्लेसिस दोनों ही पिछली बार चोटिल होने की वजह से टीम के लिए नहीं खेल सके थे लेकिन इस बार दोनों ही खिलाड़ी अपने खेल के दम पर टीम को जीत की पटरी पर लाने की कोशिश करेंगे। हालांकि टीम के लिए बुरी खबर यह है कि आर अश्विन बाहर हो गए हैं। उनकी गैर मौजूदगी में अशोक डिंडा, डेनियल क्रिस्टियन और शार्दुल ठाकुर गेंदबाजी विभाग को संभालेंगे। अनुभवी आलराउंडर रजत भाटिया भी कमाल दिखा सकते हैं। पुणे की सबसे कमजोर कड़ी उसकी कमजोर गेंदबाजी है।
उधर,  मुंबई टीम के कप्तान रोहित शर्मा आईपीएल के जरिये फिर से वापसी करने जा रहे हैं। रोहित के साथ पार्थिव पटेल या लेंडल सिमन्स पारी की शुरूआत कर सकते हैं। लेंदल सिमंस ने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया है। मध्यक्रम में कीरोन पोलार्ड, अंबाती रायुडु और जोस बटलर टीम को मजबूती प्रदान करेंगे। पंड्या बंधुओं कृणाल और हार्दिक मुंबई टीम अपना कमाल दिखाएंगे। लसिथ मलिंगा और जसप्रीत बुमराह गेंदबाजी आक्रमण की शुरुआत करेंगे।
मुंबई इंडियंस : रोहित शर्मा (कप्तान) जसप्रीत बुमरा, जॉस बटलर, श्रेयस गोपाल, क्रिष्णप्पा गोथम, असेला गुणरत्ने, हरभजन सिंह, मिचेल जॉनसन, कुलवंत खेजरोलिया, सिद्धेश लैड, माइकल मैकलॉगेन, लसित मलिंगा, हार्दिक पांड्या, कुणाल पांड्या, पार्थिक पटेल, केरोन पोलार्ड, निकोलस पूरन, दीपक पुनिया, नितिश राणा, अंबाती रायडू, जीतेश शर्मा, करन शर्मा, एल सिमंस, टिम साउदी, जगदीश सुचिथ, सौरभ तिवारी, विनय कुमार
राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स : स्टीव स्मिथ (कप्तान) एमएस धोनी, अजिंक्या रहाणे, बेन स्टोक्स, डू प्लेसिस, उस्मान ख्वाजा, मनोज तिवारी, मयंक अग्रवाल, अंकित शर्मा, बाबा अपराजित, अंकुश बेंस, रजत भाटिय, दीपक चहर, राहुल चहर, डेनियल क्रिश्चियन, अशोक डिंडा, लोकी फर्ग्युसन, जसकरण सिंह, सौरभ कुमार, मिलिंद, टंडन, जयदेव उनादकत, एडम जैंपा.

युवराज के तुफान में उड़ा आरसीबी बेंगलुरू

​संतोष कुमार गुप्ता

युवराज सिंह के तुफानी अर्द्धशतक की बदौलत आईपीएल-10 के पहले मैच में सनराइजर्स हैदराबाद ने रॉयल चैलेजर्स बैंगलौर को 35 रनो से मात दी। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी गत चैंपियन सनराइजर्स हैदराबाद ने 4 विकेट खोकर 207 रन बनाए। जवाब में सितारो से सजी बैंगलौर की टीम 172 पर ऑलआउट हो गई। सनराइजर्स के लिए युवराज ने सर्वाधिक 62 रन बनाए। युवी ने अपनी 27 गेंदों की पारी में 7 चौके और 3 छक्के जड़े।
मोइसेज ऑनरीकेज ने 37 गेंदो में 3 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 52 रन की पारी खेली। धवन ने भी 40 रनों का योगदान दिया। दीपक हूडा और बेन कटिंग 16-16 रन बनाकर नाबाद रहे। आरसीबी के गेंदबाजों ने जमकर रन लुटाए। 7 में 5 गेंदबाजों ने प्रतिओवर 10 से ज्यादा की औसत से रन लुटाए। ऑस्ट्रेलिया के लिए टाइमल मिल्स, अनिकेत चौधरी, यजुवेंद्र चहल और स्टुअर्ट बिन्नी ने 1-1 विकेट लिया।
आरसीबी की टीम 19.3 ओवर में सिर्फ 172 रन ही बना सकी। विराट कोहली और एबी डीविलियर्स की कमी इस टीम को खूब खली। क्रिस गेल ने 32, केदार जाधव ने 31, ट्रेविस हेड ने 30, मंदीप सिंह ने 24 और शेन वॉटसन ने 22 रन बनाए। कोई भी बल्लेबाजी शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील न कर सका।
हैदराबाद के लिए आशीष नेहरा, भुवनेश्वर कुमार और राशिद खान ने 2-2 विकेट तथा बिपुल शर्मा और दीपक हूडा ने 1-1 विकेट चटकाया।​ युवराज सिंह को उनकी शानदार पारी और 2 कैच लपकने के लिए ‘मैन ऑफ द मैच’ चुना गया।