जानिए, संसद में हंगामें का क्या है राज

जानिए, संसद में हंगामें का क्या है राज

आपने कभी सोचा है कि हमारे घर के किसी नौजवान को अच्छी सैलरी के साथ नौकरी मिल जाए और वह अपने दफ्तर में पहुंचते ही हंगामा करने लगे। तोड़फोड़ करने लगे और इस काम को […]

जानिए एलियंस के रहस्य को, हकीकत भी है या महज फंसाना

जानिए एलियंस के रहस्य को, हकीकत भी है या महज फंसाना

वर्ष 1947 में मैक्सिको के एक शहर रोजवेल में एक यूएफओ के क्रैश होने की खबरे सामने आयी थी। कहतें हैं कि उस क्रैश में कुछ मुर्दा एलियंस के शरीर मिले थे, जो के ग्रे […]

श्रीदेवी की मौत बनी एक अनबुझ पहेली

श्रीदेवी की मौत बनी एक अनबुझ पहेली

आज हम आपको इस रिपोर्ट में सीने अदाकारा श्रीदेवी के लव लाइफ से लेकर उनके फिल्मी सफर के कई अनछुए पहलुओं को आपके सामने रखने जा रहें है। हम बतायेंगे, उन आखरी 48 घंटो के […]

मीनापुर थाना, ऐसा क्या हुआ कि कांप उठा लंदन

मीनापुर थाना, ऐसा क्या हुआ कि कांप उठा लंदन

बात 16 अगस्त 1942 की है। तपती दुपहरिया में हरका के सहदेव झा के नेतृत्व में करीब एक हजार लोग की भीड़ पूर्व योजना के मुताबिक मुस्तफागंज पर इखट्ठा हो चुकी थी। मकसद था मीनापुर […]

बिहार की राजनीति में निषाद क्रांति के जनक की धमक

बिहार की राजनीति में निषाद क्रांति के जनक की धमक

महज 18 साल के किशोर उम्र में, गरीबी से तंग आकर चुपके से अपना घर छोड़ कर भागने वाला एक युवक, भटकते हुए मुंबई पहुंच जाता है और अपनी मेहनत के दम पर इतना नाम […]

मानव शरीर का कमजोर ताप, बड़े खतरे का संकेत तो नही

मानव शरीर का कमजोर ताप, बड़े खतरे का संकेत तो नही

मानव शरीर का बांछित ताप 37 डिग्री सेल्सियस या 98.5 फैरेनहाइट होना चाहिए। चौकाने वाली बात ये है कि मौजूदा दौड़ में हमारे शरीर का तापमान घट कर 96 या 97 डिग्री फैरेनहाइट ही रह […]

फिर चली बात, बात फूलो की..वसंत पर विशेष

फिर चली बात, बात फूलो की..वसंत पर विशेष

बसंत के आने का मतलब है बहार का आना। परिंदों की चहचहाहट का बढ़ जाना और पेड़ों की डलियों पर नई पत्तियां या कोमल कोपलें आना… ऐसा खुबशुरत नजारा चहुओर आपको देखने को मिल जाता […]

वामपंथ और दक्षिणपंथ के बीच कराहता राष्ट्रवाद

वामपंथ और दक्षिणपंथ के बीच कराहता राष्ट्रवाद

भारत में राजनीति का इतिहास बहुत ही गहरा रहा है। बावजूद इसके एक गहरे साजिश के तहत हर दौर में हमारे हुक्मरानो ने हमारे अन्दर राष्ट्रवाद को पनपने ही नही दिया। कहतें है कि विचारधारा […]

जरा आंख में भर लो पानी

जरा आंख में भर लो पानी

26 जनवरी 1950 भारतीय इतिहास में इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि भारत का संविधान, इसी दिन अस्तित्व मे आया था। इस संविधान के निर्माण की प्रक्रिया में 2 वर्ष, 11 महिना, 18 दिन […]

मोदफलपुर से मुजफ्फरपुर तक का सफर

मोदफलपुर से मुजफ्फरपुर तक का सफर

बिहार की अघोषित राजधानी कहलाने वाला उत्तर बिहार का प्रमुख शहर मुजफ्फरपुर का अपना शानदार इतिहास रहा है। आरंभ में मोदफलपुर के नाम से पहचान बना चुकी इस शहर को कालांतर में यानी सन 1875 […]

अलविदा 2017, यादो के झरोखे से

अलविदा 2017, यादो के झरोखे से

नव वर्ष का यह उत्सव चार हजार वर्ष पुराना है। इसकी शुरूआत रोम के बेबीलोन से हुआ बताया जा रहा है। लेकिन उस समय नए वर्ष का यह त्यौहार 21 मार्च को मनाया जाता था। […]

कोठे का धंधा, दासता नही तो और क्या

कोठे का धंधा, दासता नही तो और क्या

भारत में देह व्यापार का धंधा हथियार की तस्करी और ड्रग्स के अवैध कारोबार के बाद तिसरा बड़ा अवैध कारोबार है। विश्व के करीब 20 लाख किशोरी या महिलाएं आज इस कारोबार जुड़ी है। आज […]

पाठ्यक्रम में शामिल हो मानवाधिकार : डॉ ममता रानी

पाठ्यक्रम में शामिल हो मानवाधिकार : डॉ ममता रानी

विश्व मानवाधिकार दिवस के मौके पर बिहार के मुजफ्फरपुर में आयोजित कातिल रफ्तार, जीवन के लिए खतरा विषय पर सेमिनार के दौरान आई कई महत्वपूर्ण सुझाव। जिसे अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संघ, भारत की बिहार प्रदेश कमिटी […]

क्या है मन में? यहां जानिए

क्या है मन में? यहां जानिए

मन यानी माइंड, यानी दिल। आज हम बतायेंगे मन का विज्ञान। हम प्रयास करेंगे ताकि आप किसी के मन में झांक सकें। प्रयास आपके मन को छूने का भी करेंगे और यदि हमारा प्रयास समझ […]

Virtual Tour of Indian Culture & Achievements

Virtual Tour of Indian Culture & Achievements

भारत आज तरक्की के नीत नए मुकाम को गढ़ रहा है। आसमान की बुलन्दी हो या सागर की गहराई, हमने सभी क्षेत्रो में अपने परचम लहराए है। बावजूद इसके दुनिया के अधिकांश देश आज भी […]

रोबोट सोफिया: चमत्कार या खतरा

रोबोट सोफिया: चमत्कार या खतरा

यह एक खूबसूरत महिला है। बोलती है, हंसती है और रोती भी है। इसके अंदर जज्जवात है। ख्यालात है और यह बेहद ही इंटेलिजेंट है। किंतु, यह अस्थी और मज्जा से नही, बल्कि धातु के […]

रफ्तार की कहर, वरदान से अभिशाप तक

रफ्तार की कहर, वरदान से अभिशाप तक

भारत में सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। वर्ष 2013 में जहां 4 लाख 86 हजार 476 दुर्घटनाएं हुर्इं। वहीं, यह आंकड़ा 2015 में बढ़ कर 5 लाख 3 हजार तक पहुंच गया। इन […]