कौन थे कनकलता बरुआ और गुरुजी – “भारत छोड़ो आंदोलन” की अनसुनी दास्तान

Featured Video Play Icon

8 अगस्त 1942, मुंबई के गोवालिया टैंक मैदान में महात्मा गांधी के ‘भारत छोड़ो’ के नारे से ब्रितानी हुकूमत की चूलें हिल गईं। इस वीडियो में जानिए कैसे इस ऐतिहासिक आंदोलन ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को निर्णायक मोड़ पर पहुंचाया। आंदोलन के महत्वपूर्ण पहलुओं, नेताओँ और गुमनाम नायकों की कहानियाँ, और उनकी अनसुनी कहानियाँ सुनें। कमेंट करके अपनी राय जरूर दें।

 

KKN लाइव WhatsApp पर भी उपलब्ध है, खबरों की खबर के लिए यहां क्लिक करके आप हमारे चैनल को सब्सक्राइब कर सकते हैं।

Leave a Reply