ओपन बुक परीक्षा : सीबीएसई का नया प्रयोग or शिक्षा व्यवस्था में बदलाव?

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केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 9वीं से 12वीं कक्षा तक के छात्रों के लिए ओपन बुक परीक्षा शुरू करने की योजना बनाई है। यह शिक्षा प्रणाली में एक क्रांतिकारी बदलाव होगा, जिसके फायदे और नुकसान दोनों ही हैं।

ओपन बुक परीक्षा क्या है?

ओपन बुक परीक्षा में छात्रों को परीक्षा के दौरान किताबों और नोट्स का उपयोग करने की अनुमति दी जाती है। इसका उद्देश्य रटने की बजाय अवधारणाओं को समझने और उनका विश्लेषण करने पर ध्यान केंद्रित करना है।

ओपन बुक परीक्षा के संभावित लाभ:

  • रटने की प्रवृत्ति में कमी
  • अवधारणाओं की बेहतर समझ
  • विश्लेषणात्मक सोच का विकास
  • तनाव में कमी

ओपन बुक परीक्षा के संभावित नुकसान:

  • लापरवाही और नकल का खतरा
  • प्रश्न पत्र तैयार करने में चुनौती
  • परीक्षा लागत में वृद्धि
  • शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण की आवश्यकता

ओपन बुक परीक्षा: शिक्षा प्रणाली में सकारात्मक बदलाव ला सकती है?

ओपन बुक परीक्षा शिक्षा प्रणाली में सकारात्मक बदलाव ला सकती है, यदि इसे सही तरीके से लागू किया जाए। इसके लिए शिक्षकों को व्यापक स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाना होगा और प्रश्न पत्रों को इस तरह से तैयार किया जाना होगा कि छात्रों को रटने के बजाय अवधारणाओं को समझने पर ध्यान केंद्रित करना पड़े।

ओपन बुक परीक्षा के बारे में आपकी राय क्या है?

क्या आपको लगता है कि यह भारतीय शिक्षा प्रणाली में सकारात्मक बदलाव ला सकती है? अपनी राय कमेंट में जरूर बताएं।


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