महामुकाबला मे पाक ने भारत को किया चारो खाने चित
गेंदबाजी व बल्लेबाजी मे बौना साबित हुई टीम इंडिया
संतोष कुमार गुप्ता
लंदन:चीर प्रतिद्वंदी भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गये फाइनल मुकाबले मे गेंदबाजो और बल्लेबाजो ने करोड़ो देशप्रेमियो का दिल तोड़ दिया। हालांकि हार्दिक पांडया की बल्लेबाजी ने भारत को मैच मे वापस ला दिया था।किंतु उनके रन आउट होते ही कहानी खत्म हो गयी। भारत और पाकिस्तान के बीच महामुकाबला टीम इंडिया के बेहद खराब प्रदर्शन से फुस्स साबित हो गया। पाकिस्तान ने ओपनर फखर जमान (114) के शानदार शतक और तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर (16 रन पर तीन विकेट) के तूफानी स्पेल की बदौलत भारत को रविवार को 180 रन से करारी शिकस्त देकर पहली बार आईसीसी चैंपियंस ट्राफी का खिताब जीत लिया। पाकिस्तानी टीम भारत से पहला लीग मैच हारने के बाद गजब की वापसी करते हुये फाइनल में पहुंची और उसने टीम इंडिया को खेल के सभी विभागों में ध्वस्त कर पहली बार खिताब अपने नाम किया। पाकिस्तान पहली बार चैंपियंस ट्राफी के फाइनल में खेल रहा था और उसने फखर के शानदार शतक से 50 ओवर में चार विकेट पर 338 रन का विशाल स्कोर बनाने के बाद टीम इंडिया की मजबूत बल्लेबाजी को 30.3 ओवर में 158 रन पर धराशायी कर दिया।
प्रदर्शन रहा बेहद शर्मनाक
अपनी चोट से उबरकर फाइनल में वापसी करने वाले तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने अपने पहले स्पेल में रोहित शर्मा(शून्य), कप्तान विराट कोहली (पांच) और शिखर धवन(21) के विकेट लेकर भारत को ऐसे करारे झटके दिये जिससे टीम इंडिया वापसी नहीं कर पायी। हालांकि सातवें नंबर के बल्लेबाज हार्दिक पांड्या ने 43 गेंदों में चार चौकों और छह छक्कों की मदद से 76 रन की तूफानी पारी खेली लेकिन उनके रनआउट होते ही भारत की तमाम उम्मीदें जमींदोज हो गयीं। युवराज सिंह 22, महेंद्र सिंह धोनी चार, केदार जाधव नौ, रवींद्र जडेजा 15, रविचंद्रन अश्विन एक और जसप्रीत बुमराह एक रन बनाकर पवेलियन लौट गये। पूरी भारतीय टीम 30.3 ओवर में 158 रन पर लुढ़क गयी जो बेहद शर्मनाक प्रदर्शन रहा।
पांड्या हुए जडेजा पर गुस्सा
भारतीय कप्तान विराट ने मैच की पूर्व संध्या पर कहा था कि टीम किसी तरह के दबाव में नहीं है लेकिन फाइनल में भारतीय बल्लेबाजों पर बड़े स्कोर का तनाव साफ दिखाई दिया जिसके चलते उन्होंने लगातार विकेट गंवाये। पांड्या के रनआउट होने में उनसे ज्यादा जडेजा का दोष रहा जो क्रीज पर आगे निकलकर फिर वापिस क्रीज पर लौट गये। पांड्या रनआउट होने के बाद बेहद गुस्से में आ गये और वापिस लौटते हुये जडेजा को कई बार घूरकर देखा। पांड्या ने सीमा रेखा पर पहुंचकर बाउंड्री पर अपना बल्ला भी पटका। पांड्या के रनआउट होने के चार रन बाद जडेजा भी वापिस पवेलियन चल दिये।