मीनापुर के चतुरसी पंचायत में कभी भी भड़क सकता है असंतोष
राजेश कुमार
मुजफ्फरपुर। मीनापुर प्रखंड में चतुरसी पंचायत एक ऐसा पंचायत जहां आज की तारीख में विकाश महज छलावा बन कर रह गया है। पूर्वी चंपारण एवं मुजफ्फरपुर का बार्डर इलाका होने के बावजूद लगभग सात हज़ार की आबादी वाले इस पंचायत में आज तक एक पंचायत भवन या सामुदायिक भवन का निर्माण भी नही हो सका है। इसी पंचायत में दरियापुर एक गांव है, जहां पिछले दशक में ही एक विद्यालय का भवन भी बना। अब वह भवन जर्जर होने लगा है। किंतु, आज तक इस विद्यालय को महज एक शिक्षक भी मयस्सर नही हुआ।
पंचायत का कोई भी मार्ग मुख्य मार्ग से जुड़ा न होने के कारण आम जन को शहर आने जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। एक उपस्वास्थ्य केंद्र है, वह भी बदहाल। अभी तक पंचायत की किसी भी सड़क का कालीकरण नही होना चौका देता है। एक के बाद एक माननीय का कार्यकाल पुरा होता रहा और लोग अपनी अंतहीन समस्याओं की दलदल में धसते चले गये।
मीनापुर जिला परिषद 32 के जिला पार्षदो ने भी जन समस्याओं को तबज्जो देना उचित नही समझा। पंचायत राज व्यावस्था को लागू हुए दो दशक बीतने को है। बावजूद इसके यहां से भी लोगो को निराशा ही हाथ लगी। कहतें हैं कि आज के तारीख में इस पंचायत के लोगों में अपने जनप्रतिनिधियों के प्रति व्याप्त रोष, दावानल बन जाये तो किसी को आश्चर्य नही होगा।