हजारों एकड़ उपजाऊ जमीन पर प्रोजेक्ट लगाने की तैयारी में है चीन
चीन के पाक आर्थिक गलियारे प्रोजेक्ट का प्लान लीक होते ही पाकिस्तान सरकार के हाथ पाव फूलने लगा है। दरअसल, यह प्लान पाकिस्तान के अखबार डॉन के हाथ लगने के बाद से ही नवाज सरकार सवालो के घेरे में है।
पाकिस्तान चीन जिस प्रोजक्ट पर शामिल होकर फूला नहीं समा रहा था अब उस प्लान के बारे में जब पाकिस्तान के नागरिकों को पता चला तो उनके पैरों से जमीन खिसक गई। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, चीन सीपीईसी प्रोजेक्ट के सहारे पाकिस्तान में पांव पसारने की कोशिश में है। चीन यहां अपने प्रोजेक्ट को लगाने के लिए पाकिस्तान की हजारों एकड़ उपजाऊ जमीन लीज पर लेगा। इस जमीन पर चीन भारी भरकम वायर हाउस बनाएगा ताकि वहां उसका माल डंप किया जा सके। इतना नहीं चीन इस जमीन पर अपनी मर्जी के मुताबिक तरह तरह की चीजें उगाएगा और पाकिस्तान के शहरों में सप्लाई करके इससे पाकिस्तान को कालांतर में भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ सकता है।
लीक हुए प्लान के अनुसार चीन 46 अरब डॉलर वाले इस प्रोजेक्ट से पाकिस्तान में लंबे समय तक के लिए अपना पांव जमाना चाहता है। चीन के दखल वाले इलाके में पाकिस्तान के नागरिक अपनी मनमर्जी नहीं कर सकेंगे। चीन कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पाकिस्तान के बाजारों जैसे भीड़ भाड़ इलाकों की वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराएगा। इसके अतिरिक्त चीन पाकिस्तान में इंटरनेट व्यवस्था को मजबूत करने वाला नेशनल फाइबर ऑप्टिक सिस्टम तैयार करेगा। यह सिस्टम पाकिस्तान को सिर्फ इंटरनेट देने के लिए नहीं बल्कि चीनी मीडिया के साथ मिलकर यहां टीवी चैनल्स भी चलायेगा। इन टीवी चैनलों के जरिए चीनी संस्कृति को बढ़ावा दिया जाएगा।
डॉन ने लिखा है कि चीन को जिस तरह बड़े पैमाने पर अपना धंधा चलाने की खुली छूट दी गई ऐसा पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार होगा। इस प्लान को लीक होने से पहले पाकिस्तानी मीडिया में चीन के इरादे को लेकर आशंकाए जाहिर की जा रही थीं लेकिन सबूतों के अभाव में कोई चीन के खिलाफ खुलकर नहीं बोल पा रहा था। सीपीईसी और ग्वादर पोर्ट पर चल रहे चीन के प्रोजेक्ट में किस तरह से पाकिस्तानी लेबर से जबरन काम कराया जाता ऐसी खबरें भी कई बार सामने आ चुकी हैं। लेकिन अब सीपीईसी प्लान लीक होने के बाद पाकिस्तान के साथ चीन क्या करना चाहता है यह सबके सामने आ गया है।