नई दिल्ली। चीन के बड़बोलेपन के खिलाफ अब भारत सरकार ने भी अपने तेवर कड़े कर दियें हैं। कहा कि अरूणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा है और इसको लेकर चीन, बयानबाजी बंद करे। दरअसल, तिब्बती बौद्ध धर्मगुरू दलाई लामा की तवांग यात्रा को लेकर चीन की आपत्ति करने पर भारत ने कड़े तेवर दिखाए हैं। बतातें चलें कि चीन दलाई लामा पर अलगाववादी गतिविधि में शामिल रहने का आरोप लगाता रहा हैं।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजीजू ने स्पष्ट किया है कि दलाई लामा की अरूणाचल यात्रा पूरी तरह धार्मिक है और इसका कोई राजनीतिक तात्पर्य नहीं निकाला जाना चाहिए। गौरतलब है कि दलाई लामा 4 से 13 अप्रैल तक अरूणाचल प्रदेश का दौरा करेंगे। उनकी यात्रा को देखते हुए वेस्ट कमेंग जिले के बोमडिला में स्वागत की तैयारियां जोरो पड़ हैं।
स्मरण रहे कि चीन, पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरने का प्रयास करके पहले ही भारत को नाराज कर चुका है। इसके अतिरिक्त परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत की सदस्यता के प्रयास को अवरूद्ध करने तथा जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित कराने के कदम को बीजिंग द्वारा रोकने को लेकर भारत चीन संबंधों में तल्खी बढ़ी हुई है।