KKN न्यूज ब्यूरो। बिहार के ग्रामीण इलाके में रहस्यमयी मौत का सिलसिला चल पड़ा है। मुजफ्फरपुर जिला के मीनापुर थाना क्षेत्र में पिछले एक महीने के भीतर दो प्रेमी युगल समेत कुल पांच लोगो की रहस्यमय अवस्था में मौत हो गई और पुलिस इस गुत्थी को सुलझा नहीं पाई। इसको लेकर ग्रामीण इलाके में रहने वाले लोग दहशत में है।
ताजा मामला मीनापुर थाना के छेगननेउरा गांव की है। 26 मई को एक लीची के पेड़ से लटका हुआ भरत कुमार (22 वर्ष) का शव बरामद हुआ था। घरवालो ने इसे आत्महत्या बता कर दाह संस्कार कर दिया और पुलिस तमाशा देखती रह गई। यानी मौत का कारण हमेशा हमेशा के लिए दफन हो गया। इससे पहले 23 मई को इसी छेगननेउरा में युवक और युवती की लाश एक लीची के पेड़ से लटकी हुई मिली थी। गांव में चर्चा आम है कि दोनो एक दुसरे से प्रेम करते थे। किंतु, बड़ा सवाल ये कि दोनो की मौत कैसे हुई? मृतक का पैर जमीन से सटा होने के बाद आत्महत्या की बात को कबूल करना किसी के लिए आसान होगा। कुछ लोग इसको ऑनरकिलिंग मानतें है। पर, यहां भी एक सवाल अनुत्तरित है और वह ये कि इसके लिए जिम्मेदार कौन है? सवाल पूछे जाने पर मीनापुर के थानाध्यक्ष राज कुमार बताते हैं कि किसी ने आवोदन नहीं दिया। सवाल उठता है कि क्या, दो-दो मौत की कोई एफआईआर नहीं होगी? क्या यह मामला बिना जांच के ही दफन हो जायेगा? इस सवाल पर पुलिस अधिकारी बतातें हैं कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद एफआईआर दर्ज होगी।
इसी थाना के मुशाचक गांव में 22 अप्रैल को एक लीची बगान से एक युवक का जला हुआ शव मिला था। वहां एक युवती भी थीं, जिसके मुंह से झाग निकल रहा था। युवती को इलाज के लिए एसकेएमसीएच में भर्ती कराया और इलाज के दौरान ही 23 अप्रैल को उसकी मौत हो गई। पुलिस ने दोनो ओर से एफआईआर दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी की। किंतु, एक महीने बाद भी आज तक घटना के कारणों का खुलाशा नहीं हो सका है। युवक को किसने जलाया और युवती के मुंह में जहर कैसे आया? सवाल अनुत्तरित है। हालांकि, यहां भी दबी जुबान से लोग प्रेम प्रसंग का मामला बता रहें है। ऐसे में यहां भी ऑनरकिलिंग का स्पष्ट संकेत मिलने के बाद भी पुलिस के अधिकारी जांच करने की जगह बयान के आधार पर मामले की रफा-दफा करना ज्यादे मुनासिब समझ रहें है। पुलिस की इसी सुस्ती की आर लेकर मीनापुर में रहस्यमय मौत का सिलसिला चल पड़ा है और 22 अप्रैल से 26 मई के बीच पांच लोगो की रहस्यमयी मौत हो गई।