घटना में इस्तेमाल होने वाला पिस्टल बरामद
KKN लाइव न्यूज ब्यूरो। बिहार में सुशासन के दावो की एक बार फिर से कलई खुल गई। राजधानी पटना से सटे मंडल कारा हाजीपुर में एक कुख्यात विचाराधीन कैदी की गोली मार कर हत्या कर दी गई है। बताया जा रहा है कि मृत कैदी राजापाकर थाना के तेलीया गांव का रहने वाला था। अपराध जगत में वह मनीष सिंह उर्फ मनीष तेलिया के नाम से जाना जाता था। मनीष पर बिहार के राजापाकर और बिदुपुर थाना समेत राजस्थान, जयपुर और कोलकाता में सोना लूट सहित कई मामला दर्ज हैं। घटना में इस्तेमाल पिस्टल को पुलिस ने बरामद कर लिया है और हत्या आरोपी अन्नू की गिरफ्तारी भी हो गई है।
पहले भी हो चुका था मनीष पर हमला
मनीष पर हाजीपुर कोर्ट में मई 2019 में भी हमला हुआ था। उस वक्त दो हवलदारों को गोली लगी थी। लेकिन मनीष बाल-बाल बच गया था। हाजीपुर जेल के अंदर गोली से कैदी की हत्या की इस घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। इस घटना की सूचना पर एसडीपीओ, एसडीओ, डीएम और जेल आईजी पटना से हाजीपुर मंडल कारा पहुच चुके हैं। अभी हाजीपुर मंडल कारा में भारी संख्या में पुलिस को तैनात कर दिया गया है। आरंभिक छानबीन में लूटी गई सोना के बंटवारे को लेकर हत्या की बात सामने आई है।
बेकाबू हुई अपराध की घटनाएं
वैसे तो पूरे बिहार में अपराधी बेलगाम हो चुका है। किंतु, राजधानी पटना से सटे हाजीपुर में अपराध का ग्राफ इन दिनो तेजी से बढ़ा है। फिलहाल, जेल में चली गोली की इस घटना ने जेल प्रशासन पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। राज्य की सबसे सुरक्षित जेलों में से एक हाजीपुर मंडल कारागार के अंदर हथियार का पहुंचना जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगा देता है। हाजीपुर में हाल ही में दो राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकीं है। इससे पहले एक गोल्ड फाइनेंस कंपनी से सोना लूट की घटना से हड़कंप मच गया था। उस समय 23 करोड़ रुपये मूल्य की सोने की लूट हुई थी और पुलिस प्रशासन बैकफुट पर आ गया था।