अररिया। अमर कथाशिल्पी फणीश्वरनाथ रेणु की बीमारी से मौत हुई या साजिश के तहत उनकी हत्या की गई? इसको लेकर अचानक तापमान गरमाने लगा है। दरअसल, उनके परिजनों ने खुद ही यह बड़ा खुलासा करके सभी को चौका दिया। परिजनो का दावा है कि रेणुजी की बीमारी से नही, बल्कि दवा के ओवरडोज से हत्या की गयी थी। मौका था अमरकथा शिल्पी फणीश्वरनाथ रेणु के पुण्य तिथि समारोह का और इसी समारोह को संबोधित करते हुए परिजनो ने चौका देने वाला खुलाशा किया।
रेणु के पुत्र दक्षिणेश्वर प्रसाद पप्पू ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व. इन्दिरा गांधी के द्वारा उसके पिता को 1970 में पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया गया था। किंतु, पटना के गांधी मैदान में जेपी पर हुए लाठी चार्ज से आहत होकर उन्होंने पद्मश्री लौटा दिया और बिहार सरकार से मिलने वाले पेंशन लेने से भी मना कर दिया था। इसी के बाद बीमार पड़ने पर पीएमसीएच के डाक्टरों ने उन्हें दवा की ओवरडोज दे दी, जिससे वे बेहोश हो गये और बेहोशी की अवस्था में ही उनकी मौत हो गई। पप्पू ने कहा कि रेणु परिवार आज भी अपने पिता के मौत की जांच कराना चाहता है।
साहित्यकार रेणु की मौत या हत्या, जांच की उठी मांग
