पहचान छिपाने के लिए स्कूलों में पढ़ा रहा था साइंस
गया। अमदाबाद ब्लास्ट का मास्टरमाइंड तौसीफ खां ने सिर्फ अपना नाम नहीं बदला, बल्कि पहचान छुपाने को उसने शिक्षक की नौकरी कर ली, ताकि उसे कोई पहचान नही सके। अतीक के नाम से उसने गया के एक निजी स्कूल में गणित पढ़ाने का का काम भी शुरू कर दिया। तौसीफ गया के करमौनी गांव में लोगों के बीच अतीक के नाम से जाना जाता था। इधर, अहमदाबाद ब्लास्ट के बाद से सुरक्षा एजेंसियां उसकी तलाश में लगातार जुटी हुई थीं।
बतातें चलें कि तौसीफ अहमदाबाद में 2008 में हुए बम ब्लास्ट के बाद से छुपकर गया में रह रहा था। उसके जानने वाले सना खां ने मुमताज पब्लिक हाई स्कूल में उसे शिक्षक की नौकरी दिलाई। तीन साल तक वहां शिक्षक रहा। इसके बाद ट्यूशन पढ़ाने लगा। तौसीफ ने अपना नाम बदल कर अतीक रख लिया था। उसके साथ सना खां और निजी स्कूल के संचालक सरवर सलाही को भी गिरफ्तार किया गया है।
तौसीफ खां उर्फ अतीक ने इलेक्ट्रॉनिक्स एवं कम्यूनिकेशन से इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी की है। महाराष्ट्र के नंदूरबाग स्थित डीएन पाटिल इंजीनियरिंग कॉलेज से उसने वर्ष 2001-05 के बीच बी.टेक किया। गिरफ्तार किए गए अहमदाबाद ब्लास्ट के अभियुक्त मो. अतीक उर्फ तौसीफ से गुरुवार को दिनभर तीन जांच एजेंसियों ने पूछताछ की। इनमें बिहार एटीएस, गुजरात एटीएस और एनआईए की टीम शामिल है।
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