जारी है पुलिस की पूछताछ
KKN लाइव न्यूज ब्यूरो। बिहार के मुजफ्फरपुर जिला अन्तर्गत तालिमपुर गांव के महेश्वर सहनी की हत्याकांड पुलिस के लिए अबूझ पहेली बन चुकी है। छठे रोज मंगलवार को भी हत्या के कारणो का खुलाशा नहीं हो सका। हालांकि, पुलिस ने मंगलवार को तलिमपुर के उपेन्द्र महतो को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ शुरू कर दिया है। इससे पहले पुरैनिया के हरीफ मांझी, सकल सहनी और झिटकहियां गांव के उदय सिंह उर्फ भान सिंह से भी पुलिस लगातार पूछताछ करने के बाद भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। मीनापुर के थाना अध्यक्ष राज कुमार ने बताया कि हत्या के कारणो का खुलाशा होना अभी बाकी है।
पांच रोज के बाद नदी में मिला था शव
स्मरण रहें कि तालिमपुर का महेश्वर सहनी 25 दिसम्बर की शाम से लापता था और पांच रोज बाद सोमवार को पुरैनिया गांव के समीप बागमती की पुरानीधार में उसका शव मिला था। इससे पहले 26 तारीख को ही पुरैनिया चौर से उसका वस्त्र आदि बरामद हो चुका था। इसके बाद पुलिस ने डॉग स्क्वायड की मदद से दो रोज मामले की छानबीन की। किंतु, पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा। अलबत्ता, पुलिस ने शक के बिना पर तीन लोगो को हिरासत में जरुर लिया। हिरासत में लेकर जिन लोगो से पूछताछ की गई, उनमें पुरैनिया सकल सहनी, हरीफ मांझी और झिटकियां गांव के उदय सिंह उर्फ भान सिंह शामिल है। बतातें चलें कि स्वान दस्ता ने भान सिंह के झोपड़ीनुमा डेरा से महेश्वर के लूंगी की खोज की थी और इसके बाद ही पुलिस ने भान सिंह को हिरासत में ले लिया।
पटना जाने के लिए घर से निकला था महेश्वर
मृतक महेश्वर की पत्नी गीता देवी ने पुलिस को जो बयान दिया है, उसमें भी हत्या के कारणो का जिक्र नहीं है। ऐसे में यह बड़ा सवाल बन चुका है कि आखिरकार महेश्वर की हत्या किन कारणो से की गई? इस बीच गीता ने पुलिस को बताया है कि उसका पति महेश्वर सहनी जूता, मोजा, टाउजर और अन्य गर्म कपड़ा पहन कर घर से निकला था। उसने अपनी पत्नी को बताया था कि वह पुरैनिया के हरिफ मांझी से मिलने के बाद पटना चला जायेगा। इधर, पुरैनिया के हरीफ मांझी की पत्नी बबिता देवी ने बताया कि रामअशीष मांझी के साथ महेश्वर सहनी बुधवार की शाम आया था। थोड़ी देर बाद ही रामअशीष और महेश्वर के साथ हनीफ भी घर से निकल गया। गीता ने पुलिस को बताया कि घटना के एक रोज बाद गुरुवार को पूछने पर हरीफ मांझी ने बताया कि वह बुधवार की देर शाम को पुरैनिया के भानू सिंह के डेरा के समीप महेश्वर को छोड़ कर अपने घर लौट गया था। गौरकरने वाली बात ये है कि गुरुवार की सुबह उसी पुरैनिया चौर से महेश्वर का वस्त्र मिला था और पांच रोज बाद सोमवार को पुरैनिया के समीप ही बागमती की पुरानीधार से उसका शव मिला। किंतु, हत्या की गुथ्थी अभी भी अनसुलझी है।