भारत आज तरक्की के नीत नए मुकाम को गढ़ रहा है। आसमान की बुलन्दी हो या सागर की गहराई, हमने सभी क्षेत्रो में अपने परचम लहराए है। बावजूद इसके दुनिया के अधिकांश देश आज भी हमें सपेरो का देश समझता है। आज हम उनको जवाब देना चाहतें है। सभ्यता का दंभ भरने वालों को हम अपनी आठ हजार वर्ष पुरानी सभ्यता से परिचित कराना चाहतें हैं। हकीकत को जानने समझने के लिए देखिए हमारा यह वीडियो विश्लेषण। मुझे अपके प्रतिक्रिया का इंतजार रहेगा