कहतें हैं कि इच्छा पूरा नही हो, तो ख्वाब बन जाती है और इच्छा पूरी हो जाए, तो हकीकत। किंतु, जब यही इच्छा जीद बन जाए तो मुश्किल सफर को भी आसान बना देती है। या यू कहें कि एक मामुली इंसान को डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम बना देती है। वहीं अब्दुल कलाम, जो मिसाइल मैन के नाम से ख्याति बटोर चुकें हैं। वहीं अब्दुल कलाम, जिसे दुनिया महना वैज्ञानिक के नाम से जानती है। एक बेहतर इंसान के नाम से जानती है। हालांकि, भारतरत्न पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम अब हमारे बीच नहीं रहे। पर उनके कुछ सपने आज भी हमारे बीच जिन्दा है। क्या है वह सपना