संतोष कुमार गुप्ता
इलाहाबाद। आधार कार्ड की गड़बड़िया सुर्खियो मे है। कभी हनुमान जी के नाम से तो कभी कुत्ते के नाम से आधार कार्ड बन जाता है।किंतु इलाहाबाद के एक गांव मे अनोखा गड़बड़ी हुई है। क्या ऐसा हो सकता है कि एक गांव के रहने वाले सभी बाशिंदों के जन्म की तारीख एक ही हो। सुनने भले ही आपको अटपटा लगे एक ऐसा मामला सामने आया है।
जी हां, हम बात कर रहे है उत्तर प्रदेश के एक गांव की। इलाहाबाद जिले में पडने वाले इस गांव में रहने वाले सभी की जन्मतिथि 1 जनवरी है।
यह मामला इलाहाबाद के गुरपुर बलॉक के कंजसा गांव का है। इस गांव के सभी निवासियों के आधार कार्ड में जन्मतिथि एक जनवरी ही लिखी हुई है। करीब 10 हजार की आबादी वाले गांव वालों को आधार कार्ड के लिए काफी इंतजार करना पड़ा। यह गलती उस समय सामने में आई, जब सरकारी प्राइमरी स्कूल के टीचर्स, स्कूल के हर बच्चे का आधार कार्ड नंबर दर्ज करने के लिए गांव में निकले। यूपी सरकार ने स्कूल जाने वाले बच्चों की संख्या पता कराने के लिए बच्चों का आधार नंबर रजिस्टर करने का निर्देश दिया हुआ है।
ग्राम प्रधान राम दुलारी देवी का कहना है कि हम लोगों को आधार कार्ड पर गलत जन्म तिथि दर्ज होने की जानकारी मिली है। इस गलती को सुधारा जाएगा और ग्रामीणों को नया आधार कार्ड मुहैया कराया जाएगा।
आपको बता दें कि इससे पहले मध्यप्रदेश के राजगढ जिले के मुंडलाबरोल गांव में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। इस गांव में रहने वाले सभी 1800 लोगों की जन्मतिथि 1 जनवरी सामने आई। हालांकि सभी के जन्म का साल अलग-अलग दर्ज है।
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