आइपीएल-10 के महत्वपूर्ण मुकाबले मे कोलकत्ता नाइटराइडर्स के शेर गुजरात के लायंस से भिड़ेंगे।गौतम गम्भीर की अगुवाई वाली शाहरूख खान की टीम कोलकत्ता नाइटराइडर्स अपने विजय क्रम को जारी रखना चाहेगी।वही जोश से ओतप्रोत गुजरात लायंस की टीम जीत की पटरी पर लौटना चाहेगी। अपने घरेलू बल्लेबाजों पर काफी हद तक निर्भर रहने वाली दो बार की चैंपियन कोलकाता नाइटराइडर्स टीम जब आईपीएल दस का अपना पहला मैच गुरुवार को खेलने उतरेगी तो उसके सामने सबसे बड़ी चुनौती गुजरात लॉयंस के शीर्ष क्रम से पार पाने की होगी। जिसमें कुछ दिग्गज विदेशी बल्लेबाज शामिल हैं। सुरेश रैना की अगुवाई वाली लायंस की टीम ने पिछले साल अपने डेब्यू इयर में ही अच्छा प्रदर्शन किया और वह लीग चरण में शीर्ष पर रही थी। यह अलग बात है कि क्वालीफायर्स में वह बेहतर खेल नहीं दिखा पाई और आखिर में उसे तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा था।
केकेआर ने भी गौतम गंभीर की कप्तानी में अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखा है और पिछले साल वह शीर्ष चार में जगह बनाने में सफल रही थी। गुजरात लॉयंस का बल्लेबाजी क्रम सभी टीमों में सबसे मजबूत है। उनके पास शीर्ष क्रम में ब्रैंडन मैककुलम, ड्वेन स्मिथ, एरोन फिंच और रैना शामिल हैं। इन चारों ने पिछले साल 300 से अधिक रन बनाए थे। मध्यक्रम में बेहतरीन फॉर्म में चल रहे दिनेश कार्तिक और इशान किशन हैं जबकि जेम्स फॉकनर जैसे बिग हिटर डेथ ओवरों में अपनी उपयोगिता साबित कर चुके हैं।
ड्वेन ब्रावो और रविंद्र जडेजा के पूरी तरफ फिट होने के बाद वापसी करने पर लायंस को अधिक मजबूती मिलेगी और उसके पास ज्यादा विकल्प रहेंगे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में बल्ले और गेंद दोनों से बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले जडेजा के बारे में लॉयंस के कोच ब्रैड हॉज भी कह चुके हैं कि उनकी भरपाई कोई अन्य खिलाड़ी नहीं कर सकता है। गुजरात के पास पेसर धवल कुलकर्णी जैसा तेज गेंदबाज है जिसने पिछले सीजन में पावरप्ले के दौरान प्रवीण कुमार के साथ अच्छी गेंदबाजी की थी। निश्चित तौर पर केकेआर के खिलाफ लॉयंस को उनकी कमी खलेगी। लॉयंस के इन गेंदबाजों की केकेआर के घरेलू बल्लेबाजों के सामने ही परीक्षा होगी जिसकी अगुवाई कप्तान गंभीर करेंगे। उनके अलावा रोबिन उथप्पा, मनीष पांडेय, सूर्य कुमार यादव, इशांक जग्गी और यूसुफ पठान केकेआर के बल्लेबाजी क्रम में शामिल हैं।
This post was published on अप्रैल 21, 2017 09:16
या आप जानते हैं कि गिद्ध क्यों विलुप्त हो गए? और इसका मानव जीवन पर… Read More
भारत और पाकिस्तान के 1947 के बंटवारे में केवल जमीन ही नहीं, बल्कि घोड़ागाड़ी, बैंड-बाजा,… Read More
7 दिसंबर 1941 का पर्ल हार्बर हमला केवल इतिहास का एक हिस्सा नहीं है, यह… Read More
सफेद बर्फ की चादर ओढ़े लद्दाख न केवल अपनी नैसर्गिक सुंदरता बल्कि इतिहास और संस्कृति… Read More
आजादी के बाद भारत ने लोकतंत्र को अपनाया और चीन ने साम्यवाद का पथ चुना।… Read More
मौर्य साम्राज्य के पतन की कहानी, सम्राट अशोक के धम्म नीति से शुरू होकर सम्राट… Read More