पूजा श्रीवास्तव
रूस। ठंड का कहर भारत ही नही बल्कि बिदेशो में भी देखने को मिल रहा है। रूस की राजधानी मॉस्को में पूरा दिसंबर अंधेरे में बीता। पूरे महीने में सिर्फ छह मिनट के लिए सूरज की रोशनी दिखाई दी। वहीं, रूस के रिमोट एरियाज में कई जगहों पर टेम्प्रेचर माइनस 67 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है। हालत ये है कि घर से बाहर निकलने वाले लोगों की पलकों पर बर्फ जम गई है। स्कूल बंद कर दिए गए हैं और लोगों को घर में रहने की वॉर्निंग जारी की गई है।
बतातें चलें कि मॉस्को में आमतौर पर साल के आखिरी महीने में दिनभर में एक घंटे के लिए सूरज की रोशनी दिखाई देती है, लेकिन बीते दिसंबर में ठंड ने हालत बिगाड़ दी है। तास न्यूज एजेंसी ने बताया कि मेट्रोलॉजिकल स्टेशन ऑफ मॉस्को स्टेट यूनिवर्सिटी की रिपोर्ट के मुताबिक, पूरे दिसंबर में सूरज की रोशनी सिर्फ 6 से 7 मिनट के लिए ही दिखाई दी है। इससे पहले साल 2000 में दिसंबर का महीना ऐसे ही काला था। तब सिर्फ तीन घंटे के लिए लोगों ने सूरज की रोशनी देखी थी। रूस के डायमंड से भरपूर रिमोट एरिया यानी साइबेरिया के इलाकों में खतरनाक ठंड है। यहां यकूतिया में टेम्प्रेचर माइनस 67 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है।