“समीप की घटनाओं से लेकर प्रदेश, देश और दुनिया की खबरो का अपडेट पढ़ने के लिए KKN Live का न्यूज एप, प्लेस्टोर से डाउनलोड कर लें।”
मुजफ्फरपुर। मीनापुर प्रखंड शिक्षक नियोजन समिति ने पूर्व में बर्खाश्त 98 प्रखंड शिक्षको का फिर से योगदान कराने का निर्णय लिया है। प्रमुख राधिका देवी की अध्यक्षता में समिति ने बैठक करके इस आशय का निर्णय लिया है।
पूर्व में बर्खाश्त हुए यह सभी शिक्षक पहले से पदस्थापित अपने स्कूल में ही योगदान देंगे। नियोजन समिति के सचिव सह बीडीओ संजय कुमार सिन्हा ने बताया कि इन शिक्षकों को फिर से योगदान लेने के लिए बुधवार को पत्र जारी किया जाएगा। बीडीओ ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश पर इन शिक्षकों से योगदान लिया जा रहा है। हालांकि, आरोपित सभी टीईटी शिक्षकों के प्रमाण पत्र की नए सिरे से जांच होगी। जांच पूरी होने तक इन्हें वेतन का भुगतान नहीं होगा।
मीनापुर के 145 टीईटी शिक्षकों पर दर्ज है एफआईआर
स्मरण रहें कि फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे मीनापुर के 145 टीईटी शिक्षकों को 20 नवम्बर वर्ष 2017 को बर्खास्त कर दिया गया था। इनमें 98 प्रखंड शिक्षक हैं। शेष पंचायत शिक्षक हैं। बर्खास्त किए गये सभी 145 टीईटी शिक्षकों पर फर्जीवाड़ा के आरोप में मीनापुर थाना में एफआईआर दर्ज है।
पंचायत शिक्षक का योगदान, जांच के आदेश
इस बीच महदेइयां के पंचायत सचिव प्रभात नारायण सिंह ने बर्खास्त पंचायत शिक्षक अरबिंद कुमार को पहले ही योगदान करा दिया है। अब इसको लेकर नए सिरे से विवाद खड़ा हो गया है। प्राथमिक विद्यालय मुसहर टोली के प्रधान शिक्षक प्रतिभा कुमारी ने बताया कि पूर्व में बर्खास्त पंचायत शिक्षक अरबिन्द कुमार ने स्कूल में इसी वर्ष 23 अप्रैल को योगदान दे दिया है। इधर, प्रभारी बीईओ विजय झा ने इस मामले की जांच का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि अगर पंचायत शिक्षक से स्कूल में योगदान ले लिया गया है तो इसके लिए आदेश जारी करने वाले पंचायत सचिव पर एफआईआर दर्ज कराई जायेगी।