शिवहर। बिहार के शिवहर जिला की रहने वाली एक महदलित युवती के हौसले चर्चा में है। भला हो भी क्यों नही? छोटी उम्र में ही उसकी प्रबल इच्छा शक्ति के सामने सूबे की सरकार भी नतमस्तक है। दरअसल, बाल विवाह को खत्म करने के लिए सरकार ने पूरे राज्य में जबरदस्त अभियान चला रखी है। ऐसे में शिवहर की रहने वाली मीना को उसके परिजनो ने छोटी उम्र में ही विवाह के बंधन में बांधने की काशिश शुरू कर दी। हालांकि, पांचवीं कक्षा में पढ़ने के दौरान ही मीना ने बाल विवाह को ठुकराते हुए शादी करने से इनकार कर दिया और मीना ने इसका पुरजोर बिरोध भी किया। मीना के इस जबरदस्त हौसले की भनक मिलते ही नीतीश सरकार ने बाल विवाह और दहेज उन्मूलन अभियान का उसे ब्रांड एंबेसडर बनाया दिया है।
14 दिसंबर को शिवहर पहुंचे सीएम नीतीश कुमार ने खुले मंच से मीना के जज्बे को सलाम किया। सीएम ने उसे बाल विवाह व दहेज उन्मूलन अभियान का जिले का ब्रांड एंबेसडर बना कर कम उम्र में विवाह की रोकथाम हेतु एक और नजीर समाज के समक्ष प्रस्तुत कर दी। गांव की बेटी की इस उपलब्धि पर पूरे शिवहर में जश्न का माहौल है। वहीं मीना भी अपनी उपलब्धि से उत्साहित है.। मीना अब दहेज प्रथा के खिलाफ मजबूत अभियान चलाना चाहती है। मीना ने कहा कि, किसी भी अभियान के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है, तब जाकर मुहिम को मुकाम मिलता है।
कहतें है कि आरंभ में विवाह करने से इनकार करने पर समाज ने मीना के पूरे परिवार का बायकाट कर दिया था। अब वही समाज मीना की सफलता पर फूले नही समां रहा है। बहरहाल, शिवहर कन्या मिडिल स्कूल में मीना का एडमिशन करा दिया गया है। वर्तमान में 25 साल की उम्र पार कर रही मीना बीआरए बिहार विवि मुजफ्फरपुर के पीजी हॉस्टल में रहकर पीजी की पढ़ाई कर रही है। मीना पढ़ाई के साथ खेल में भी अव्वल है। मार्शल आर्ट, कबड्डी के अलावा भी कई खेल प्रतियोगिताओं में वह कई बार सम्मानित हो चुकी है।