कृष्णमाधव सिंह
मुजफ्फरपुर। मीनापुर में प्रखंडस्तरीय खरीफ प्रशिक्षण सह उपादान वितरण कार्यक्रम का गुरुवार को प्रमुख राधिका देवी ने दीप प्रज्वल्लित कर उद्घाटन किया। मौके पर मौजूद किसानो को संबोधित करते हुए सरैया कृषि केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. केके सिंह ने बताया कि जीरो टिलेज से खेती करने पर पैदावार दोगुना हो जाता हैं। कहा कि खेतो में बोरोन की कमी से पौधे में बाझपन आने खतरा बना रहता हैं।
लिहाजा किसानो को चाहिए कि बीज को उपचारित कर खेतो में डालें। कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि जमीन को साढ़े 11 सौ मिलि लीटर वर्षा की दरकार होता है। जबकि, मौजूदा समय में औसत वर्षा 500 मिलि लीटर से 750 मिलि लीटर होने से खेतो के उपरी सतह पर साल्ट जम गया है। इससे बचने के लिए खेतो में ढ़ैचा लगाना किसानो के लिए लाभप्रद होता है। कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि पौधा का पत्ता चबाने पर यदि खट्टा लगे तो समझ लेना चाहिए की भूमि उसर हो चूकी हैं।
मौके पर ढ़ोली के कृषि वैज्ञानिक डॉ. एस एस चौधरी, जिला कृषि पदाधिकारी विकास कुमार, अनाजित कुमार मत्सय प्रसार पदाधिकारी, प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी आलोक कुमार, उप प्रमुख रंजन कुमार सिंह, आत्मा अध्यक्ष मनोज कुमार, मुखिया अजय कुमार ,पंसस राम शोभा राय, कृषि कोडिनेटर, कृषि सलाहकार व किसान शिवजी सिंह, उमा शंकर प्रसाद, उमेश सहनी, शकुन्तला गुप्ता, बैधनाथ मिश्र,जय किशोर सिंह, दिनेश सिंह, योगेन्द्र प्रसाद व महेन्द्र पासबान मौजुद थे।
This post was published on मई 25, 2017 20:38
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