पटना। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह बिहार की राजधानी पटना पहुंच चुकें हैं। पटना पहुंचते ही श्री शाह ने बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार से मुलाकात की और दोनो ने साथ में नाश्ता भी किया।
सीटो के बंटबारे पर हो सकती है चर्चा
आगामी 2019 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए यह मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है। ऐसी अटकलें लगाई जा रही है कि इसमें सीटों के बंटवारे का कोई फॉर्मूला निकाला जा सकता है। हालांकि, जानकार मानतें हैं कि यह महज एक औपचारिक मुलाकात होगी और सीटो के तालमेल पर आज कोई सहमति बनने के आसार नहीं है। अलबत्ता, इस मुलाकात के बहाने दोनो दल अपने कार्यकर्ता को एक पुख्ता संदेश देने की कोशिश जरूर करेंगे कि बिहार में ऑल इज वेल है।
ये है दिन भर का कार्यक्रम
इस बीच राजकीय अतिथिशाला में सीएम नीतीश कुमार के साथ जलपान करने के बाद अमित शाह ज्ञान भवन और बापू सभागार की बैठक में शामिल होंगे। दिन भर के व्यस्त कार्यक्रम के दौरान श्री शाह कुल चार बैठक में हिस्सा लेने के बाद एक फिर रात्रि के समय सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात करेंगे और मुख्यमंत्री के सरकारी आवास 1 आने मार्ग में ही रात का भोजन करेंगे।
एयरपोर्ट पर भाजपा ने किया शाह का पुरजोर स्वागत
इससे पहले एयरपोर्ट पहुंचने पर अमित शाह का स्वागत उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी सहित भाजपा के तमाम बड़े नेताओं ने किया। अमित शाह के स्वागत में पटना एयरपोर्ट पर बिहार भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय, बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव, सह प्रभारी पवन शर्मा, सीआर पाटिल तथा राज्य सरकार में शामिल भाजपा कोटे के सभी मंत्री मौजूद थे।
गत विधानसभा चुनाव के बाद शाही की पहली बिहार यात्रा
चार साल अलग रहने के बाद जदयू की राजग में वापसी के बाद शाह की यह पहली बिहार यात्रा है। हालांकि इन बैठकों में भाजपा के बिहार प्रभारी भूपेन्द्र यादव, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और रवि शंकर प्रसाद सहित राज्य से आने वाले सभी केन्द्रीय मंत्री मौजूद होंगे। लेकिन सबकी निगाहें शाह और कुमार की बैठक पर रहेंगी।
शाह के दौरे पर विपक्ष की पैनी नजर
इधर, विपक्ष भी शाह के दौरे पर पैनी नजर बनाए हुए है। गौरतलब है कि राजद ने इससे पहले कई बार रालोसपा के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को कई मौके पर महागठबंधन में शामिल होने का न्योता दे चुका है। राजग के घटक दलों में सीट बंटवारे को लेकर संभावित झगड़े को लेकर राजद, कांग्रेस के नेता उत्साहित हैं। राजद के उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने भविष्यवाणी भी कर दी है कि लोजपा और रालोसपा दोनों महागठबंधन में शामिल होने वाले हैं। बातचीत हो चुकी है। हालांकि, रघुवंश सिंह के बयान को लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलाश पासवान ने पहले ही खारिज कर दिया है।
This post was published on %s = human-readable time difference 12:15
7 दिसंबर 1941 का पर्ल हार्बर हमला केवल इतिहास का एक हिस्सा नहीं है, यह… Read More
सफेद बर्फ की चादर ओढ़े लद्दाख न केवल अपनी नैसर्गिक सुंदरता बल्कि इतिहास और संस्कृति… Read More
आजादी के बाद भारत ने लोकतंत्र को अपनाया और चीन ने साम्यवाद का पथ चुना।… Read More
मौर्य साम्राज्य के पतन की कहानी, सम्राट अशोक के धम्म नीति से शुरू होकर सम्राट… Read More
सम्राट अशोक की कलिंग विजय के बाद उनका जीवन पूरी तरह से बदल गया। एक… Read More
KKN लाइव के इस विशेष सेगमेंट में, कौशलेन्द्र झा मौर्यवंश के दूसरे शासक बिन्दुसार की… Read More