बिहार। बिहार के भोजपुर, कटिहार, किशनगंज, छपरा और अररिया की ग्रामीण युवती व महिलाएं इन दिनों स्मार्टफोन चलाना सीख रही हैं। गूगल की मदद से इंटरनेट का उपयोग कैसे करें, इसकी जानकारी दी जा रही है। सहार में 12 और अगिआंव में 16 इंटरनेट साथी पिछले दो माह से इस काम में जुटी हैं। इन इंटरनेट साथियों की संयोजिका हैं सहार के बरहीं गांव निवासी 34 वर्षीया देवंती देवी।
देवंती बताती है कि हर इंटरनेट साथी को पहले माह में 80 और दूसरे माह में 100 युवतियों व महिलाओं को स्मार्टफोन चलाने के लिए सीखने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। तीसरे माह में 130 को सिखाने का लक्ष्य मिला है। छह माह तक इस प्रोजेक्ट के तहत हर इंटरनेट साथी को 700 युवतियों व महिलाओं मोबाइल चलाना सिखाना है।
डिजिटल साक्षरता अभियान के तहत पहले चरण में मैट्रिक पास 350 लड़कियों और महिलाओं को इंटरनेट साथी बनाया गया है। एक इंटरनेट साथी अपने आसपास के चार गांवों की 400 महिलाओं और लड़कियों को डिजिटल साक्षर बनाएंगी। 350 महिलाओं और लड़कियों को मोबाइल और टैबलेट दिया गया है। ये इंटरनेट साथी लड़कियों को रिजल्ट देखने, रोजगार जानकारी लेने, एप्लीकेशन डाउनलोड करने, बैंकिंग सेवाएं व सरकारी योजनाओं की जानकारी देंगी।
यह अभियान अभी छपरा, भोजपुर, कटिहार, किशनगंज और अररिया में चल रहा है। शुरुआत एक अगस्त से ही हो चुकी है। इंटरनेट सेवा गूगल दे रही है। वहीं, आर्थिक सहायता टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल सर्विसेज दे रहा है। राज्य में इस काम को फिया फाउंडेशन के माध्यम से किया जा रहा है। योजना के तहत राज्य की आठ लाख 40 हजार महिलाओं को डिजिटल साक्षर बनाया जाएगा। यह अभियान छह महीने तक चलेगा।
This post was published on अक्टूबर 22, 2017 18:36
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