मुजफ्फरपुर। मीनापुर प्रखंड के 21 हजार बाढ़ पीड़ितों को नकद मुआवजा से वंचित करने के विरोध में मुखियों ने सोमवार से अनशन शुरू कर
प्रखंड मुखिया संघ की अध्यक्ष नीलम कुमारी के नेतृत्व में अनशन करने वाले मुखियों व प्रतिनिधियों ने अंचल प्रशासन पर 21 हजार परिवार को नकद मुआवजा से वंचित कर देने का आरोप लगाते हुए, सभी को शीघ्र मुआवजा देने की मांग की है। सूचना पर पहुंचे बीडीओ संजय कुमार सिन्हा व सीओ ज्ञानदीप श्रीवास्तव ने अनशकारियों को मनाने का प्रयास किया। लेकिन अनशनकारी सभी 11 मांगों पर लिखित आश्वासन की मांग कर रहे थे। देर शाम एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार ने भी अनशनकारियों से वार्ता की। लेकिन वार्ता विफल हो गई।
अनशन पर बैठे जनप्रतिनिधियों का कहना है कि प्रशासन ने बाढ़ के दौरान हुई फसल क्षति का सर्वे बिलंब से किया, इस कारण से क्षति का सही आकलन नहीं हुआ। शीघ्र फसल क्षति मुआवजा देने की मांग, बाढ़ पीड़ितों के लिए चलाए गए सामुदायिक रसोई में हुए खर्च का भुगतान करने में प्रशासन पर आनाकानी का आरोप लगाते हुए, भुगतान होने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही। साथ ही लंबित सामाजिक सुरक्षा पेंशन का भुगतान, मनरेगा के बकाया मजदूरी का भुगतान, पीएम आवास योजना में वंचित परिवार को शामिल करने, कबीर अंत्येष्ठि व कन्या विवाह योजना की राशि निर्गत करने, राशन कार्ड से वंचित परिवारों का नाम जोड़ने की मांग कर रहे हैं।
सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत लाभार्थियों की कुल संख्या 23,400 है। बीडीओ संजय कुमार सिन्हा ने बताया कि इसमें 22 हजार पेंशनधारियों का भुगतान अंतिम चरण में है। बीडीओ ने बताया कि बाकी बचे 1,400 लाभार्थियों की सूची में त्रुटी है। जिसे ठीक कर शीघ्र ही पेंशन राशि का भुगतान कर दिया जाएगा।
नीलम कुमारी के नेतृत्व में अनशन पर बैठने वालों में मुखिया संगीता कुमारी, महानन्द राय, इंदल सहनी, रेणु सिंह, चन्देश्वर प्रसाद, रामप्रीत राम, सुधा देवी, संजू देवी, नागेन्द्र साह, जगदीश साह, कृष्णकुमार मुन्ना, किशोरी राम, पुनम देवी, मेघनी देवी, रेखा रानी, नजबुन निशा, अनिता कुमारी, बिन्दु देवी, गुड़िया देवी, अनामिका, बन्दना भारती, अजय कुमार, ममता देवी, वारिश खान आदि शामिल हैं।
This post was published on नवम्बर 7, 2017 00:21
या आप जानते हैं कि गिद्ध क्यों विलुप्त हो गए? और इसका मानव जीवन पर… Read More
भारत और पाकिस्तान के 1947 के बंटवारे में केवल जमीन ही नहीं, बल्कि घोड़ागाड़ी, बैंड-बाजा,… Read More
7 दिसंबर 1941 का पर्ल हार्बर हमला केवल इतिहास का एक हिस्सा नहीं है, यह… Read More
सफेद बर्फ की चादर ओढ़े लद्दाख न केवल अपनी नैसर्गिक सुंदरता बल्कि इतिहास और संस्कृति… Read More
आजादी के बाद भारत ने लोकतंत्र को अपनाया और चीन ने साम्यवाद का पथ चुना।… Read More
मौर्य साम्राज्य के पतन की कहानी, सम्राट अशोक के धम्म नीति से शुरू होकर सम्राट… Read More