हत्या के आरोप में कलयुगी मां गिरफ्तार
KKN लाइव न्यूज ब्यूरो। बिहार के मुजफ्फरपुर जिला अन्तर्गत सिवाईपट्टी थाना के शीतलपट्टी गांव में एक ही परिवार के तीन बच्चों की पिछले दिनो डूबने से हुई मौत मामले में नया मोड़ आ गया है। दरअसल, पारिवारिक विवाद में मां ने अपने चार बच्चो के साथ नदी में छलांग लगा कर सुदकुशी करने का प्रयास किया। हालांकि, इस दौरान मां और उसके एक बच्चे को ग्रामीणो ने बचा लिया। किंतु, उसके तीन बच्चो की मौत हो गई।
पिता के बयान पर केस दर्ज
बच्चों के पिता शुत्रुघ्न राम के बयान पर सिवाईपट्टी पुलिस ने बच्चों की हत्या करने और खुद आत्महत्या करने की कोशिश करने की एफआईआर दर्ज कर बच्चे की मां रीना देवी को गिरफ्तार कर लिया है। बच्चों के नदी में डूबने की यह घटना 16 जुलाई की है। सिवाईपट्टी के थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि रुपये की खातिर फोन पर रीना का अपने पति से विवाद हुआ था और इसी गुस्से में उसने पहले अपने चारों बच्चों को बागमती की उपधारा के गहरे पानी में डूबने के लिए फेंक दिया और बाद में खुद भी नदी में कूदकर आत्महत्या करने की कोशिश की। हालांकि, महिला को डूबते देख ग्रामीणों ने उसे और
उसकी बेटी राघा को पानी से जिंदा निकाल लिया था। लेकिन उसके पुत्र अर्जुन, राजा और पुत्री ज्योति की डूबने से मौत हो गई थी। घटना के बाद करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद तीनों बच्चों का शव बरामद कर लिया गया था।
पंजाब में रह कर मजदूरी करता है पिता
विदित हो कि शत्रुघ्नन राम पंजाब में रहकर मजदूरी करते हैं और घटना की सूचना मिलने के बाद अपने गांव आएं है। शत्रुघ्नन राम ने बताया कि उसकी पत्नी रीना देवी को पिछले वर्ष मस्तिष्क ज्वर हो गया था और वह कभी-कभी विक्षिप्त की तरह व्यवहार करती है। उन्होंने बताया कि पिछले दिनो रुपये के लिए उनकी पत्नी ने फोन किया था और इसी बात पर पति पत्नी के बीच फोन पर ही कहासुनी हो गई। हालांकि, उस वक्त किसी ने नहीं सोचा था कि बात इतनी बढ़ जायेगी। फिलहाल, शत्रुघ्नन ने अपने बच्चों की हत्या करने का पत्नी पर आरोप लगाते हुए एफआईआर करायी है।
पति से विवाद में बच्चों संग नदी में कूदी थी महिला : डीएम
मीनापुर की रीना देवी व उसकी बच्ची राधा को बचाये जाने और उसके तीन बच्चों के डूबने के मामले में डीएम आलोक रंजन घोष ने बड़ा खुलाशा किया है। डीएम ने इसे एक आपराधिक मामला बताया है। डीएम की माने तो महिला ने पति से विवाद के बाद बच्चों सहित नदी में छलांग लगायी थी। इस क्रम में महिला व एक बच्ची को बचा लिया गया जबकि तीन बच्चे डूब गए। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच करायी जा चुकी है और इस मामले में बाढ़ राहत देने की कोई वजह नहीं है। इसकी जगह अब उस महिला पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।