2025 के बिहार विधानसभा चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक माहौल गरमाता जा रहा है। इसी बीच, प्रशांत किशोर की नई राजनीतिक पार्टी जन सुराज ने अपने 51 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। इस घोषणा ने चुनावी दौड़ में नई हलचल मचा दी है, और सभी की नजरें किशोर की चुनावी रणनीति और दृष्टिकोण पर हैं। हालांकि राघोपुर में अपनी चुनावी अभियान की शुरुआत के बाद उनकी उम्मीदवारी को लेकर शुरुआती कयास लगाए जा रहे थे, यह ध्यान देने योग्य है कि प्रशांत किशोर का नाम इस पहले सूची में नहीं है। वे चुनावी मैदान में उतरने के बजाय पूरी तरह से पार्टी की राज्यव्यापी अभियान रणनीति तैयार करने और उसे लागू करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे या आगे आने वाले लिस्ट में उनका नाम होगा ये देखने के लिए हमे कुछ और दिन इंतज़ार करना पड़ेगा।
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जन सुराज और इसमें प्रशांत किशोर की भूमिका
चुनावी प्रबंधन के विशेषज्ञ के रूप में प्रसिद्ध प्रशांत किशोर ने बिहार में सकारात्मक राजनीतिक बदलाव लाने के उद्देश्य से जन सुराज पार्टी की स्थापना की। 2014 के लोकसभा और 2015 के बिहार विधानसभा चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के बाद, किशोर अपनी राजनीतिक यात्रा को लेकर अब अपने अनुभवों को अपने खुद के प्रयासों में लगाना चाहते हैं।
किशोर का यह निर्णय सामूहिक नेतृत्व के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है और एक एकजुट टीम की महत्ता को उजागर करता है। पार्टी की पहली सूची में विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में सामाजिक कार्यकर्ताओं, पेशेवरों, और शिक्षाविदों का प्रतिनिधित्व करते हुए नए चेहरों को शामिल किया गया है, जिन्हें विभिन्न मतदाता वर्गों से जुड़ने के लिए चुना गया है।
पहली सूची के उम्मीदवारों का विवरण
जन सुराज पार्टी की प्रारंभिक सूची बिहार के 24 जिलों के 51 निर्वाचन क्षेत्रों में फैली हुई है, जिसमें सात अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित सीटें भी शामिल हैं। सूची में शामिल उम्मीदवारों का विवरण निम्नलिखित है:
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सात अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित सीटें: हर्षिधी, भोरे, कल्याणपुर, पीरपैंटी, चेनारी, इमामगंज, बोधगया
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चालीस सामान्य सीटें: शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर वाल्मीकि नगर से बोधगया तक
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पेशेवर पृष्ठभूमि: डॉक्टर, शिक्षाविद और सामाजिक कार्यकर्ता
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युवा और महिला प्रतिनिधित्व: 20% से अधिक महिला उम्मीदवार और 40 साल से कम आयु के कई युवा नेता
इस लिस्ट में शामिल प्रमुख उम्मीदवारों में से कुछ के नाम इस प्रकार हैं:
| जिला | विधानसभा संख्या | विधानसभा नाम | उम्मीदवार का नाम |
|---|---|---|---|
| पश्चिम चंपारण | 1 | वाल्मीकि नगर | डॉ. द्रिग नारायण प्रसाद |
| पश्चिम चंपारण | 5 | लौरिया | सुनील कुमार |
| पूर्वी चंपारण | 13 | हरसिद्धि (एससी) | अवधेश राम |
| पूर्वी चंपारण | 21 | ढाका | डॉ. लाल बाबू प्रसाद |
| सीतामढ़ी | 26 | सुरसंड | ऊषा किरण |
| सीतामढ़ी | 29 | रुन्नीसैदपुर | विजय कुमार साह |
| मधुबनी | 32 | बेनीपट्टी | मोहम्मद परवेज आलम |
| सुपौल | 41 | निर्मली | राम प्रवेश कुमार यादव |
| अररिया | 51 | सिक्ती | राघिब बब्लू |
| किशनगंज | 55 | कोचाधामन | अबू अफ्फान फारूकी |
| पूर्णिया | 56 | अमौर | अफरोज आलम |
| पूर्णिया | 57 | बैसी | मोहम्मद शहनवाज आलम |
| कटिहार | 66 | प्राणपुर | कुणाल निषाद उर्फ सोनू सिंह |
| मधेपुरा | 70 | आलमनगर | सुभोध कुमार सुमन |
| सहरसा | 75 | सहरसा | किशोर कुमार |
| सहरसा | 76 | सिमरी बख्तियारपुर | सुरेंद्र यादव |
| सहरसा | 77 | महिषी | शमीम अख्तर |
| दरभंगा | 82 | दरभंगा ग्रामीण | शोएब खान |
| दरभंगा | 83 | दरभंगा | आर. के. मिश्रा |
| दरभंगा | 86 | केोटी | बिल्टू साहनी |
| मुजफ्फरपुर | 90 | मीनापुर | तेज नारायण साहनी |
| मुजफ्फरपुर | 94 | मुजफ्फरपुर | डॉ. अमित कुमार दास |
| गोपालगंज | 101 | गोपालगंज | डॉ. शशि शेखर सिन्हा |
| गोपालगंज | 103 | भोरे (एससी) | प्रीति किन्नर |
| सीवान | 108 | रघुनाथपुर | राहुल कीर्ति सिंह |
| सीवान | 109 | दरौंधा | सत्येंद्र कुमार यादव |
| सारण | 114 | मांझी | यदुवंश गिरी |
| सारण | 115 | बनियापुर | श्रवण कुमार महतो |
| सारण | 118 | छपरा | जय प्रकाश सिंह |
| सारण | 121 | परसा | मुसाहब महतो |
| सारण | 122 | सोनपुर | चंदन लाल मेहता |
| समस्तीपुर | 131 | कल्याणपुर (एससी) | राम बालक पासवान |
| समस्तीपुर | 135 | मोरवा | जागृति ठाकुर |
| बेगूसराय | 144 | मठियानी | डॉ. अरुण कुमार |
| बेगूसराय | 146 | बेगूसराय | सुरेंद्र कुमार साहनी |
| खगड़िया | 149 | खगड़िया | जयंती पटेल |
| खगड़िया | 150 | बेलदौर | गजेन्द्र कुमार सिंह (निषाद) |
| खगड़िया | 151 | परबत्ता | विनय कुमार वरुण |
| भागलपुर | 154 | पीरपैंती (एससी) | घनश्याम दास |
| बांका | 163 | बेलहर | ब्रज किशोर पंडित |
| नालंदा | 171 | अस्थावां | लता सिंह |
| नालंदा | 172 | बिहारशरीफ | दिनेश कुमार |
| नालंदा | 176 | नालंदा | कुमारी पूनम सिन्हा |
| पटना-महानगर | 183 | कुम्हरार | के. सी. सिन्हा |
| भोजपुर | 194 | आरा | डॉ. विजय कुमार गुप्ता |
| रोहतास | 207 | चेनारी (एससी) | नेहा कुमारी (नटराज) |
| रोहतास | 209 | करगहर | रितेश रंजन (पांडेय) |
| औरंगाबाद | 219 | गोह | सीता राम दुखारी |
| औरंगाबाद | 221 | नबीनगर | अर्चना चंद्रा |
| गया | 227 | इमामगंज (एससी) | डॉ. अजीत कुमार |
| गया | 229 | बोधगया (एससी) | लक्ष्मण मांझी |
इन उम्मीदवारों में अधिकांश नए चेहरे हैं, जो यह दर्शाते हैं कि जन सुराज पार्टी चुनावी राजनीति में बदलाव और नई सोच लाने के लिए तैयार है। पार्टी का उद्देश्य आम आदमी के मुद्दों को लेकर काम करना और भ्रष्टाचार, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना है।
प्रशांत किशोर की चुनावी रणनीति
प्रशांत किशोर ने हमेशा चुनावी रणनीतियों को लेकर अपनी गहरी समझ और सटीक दृष्टिकोण से पहचान बनाई है। इस बार भी, उनकी पूरी टीम उनकी रणनीतियों पर काम करेगी। उनका ध्यान वोटरों के बीच संवाद स्थापित करने और चुनावी संदेशों को प्रभावी तरीके से पहुंचाने पर होगा।
उनकी रणनीति में सबसे अहम भूमिका बिहार के गांवों और कस्बों में जन जागरूकता अभियान की होगी। इस बार भी, जन सुराज पार्टी का ध्यान मुख्य रूप से उन समस्याओं पर रहेगा जो आम जनता से जुड़ी हैं, जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और अन्य बुनियादी सुविधाएं।
प्रशांत किशोर की रणनीति में सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म का भी अहम स्थान है। वे इस बार अपनी टीम के माध्यम से चुनावी प्रचार को डिजिटल रूप से तेज़ करने की योजना बना रहे हैं, ताकि युवा मतदाताओं तक पार्टी का संदेश पहुंच सके।
पार्टी का उद्देश्य और बिहार की राजनीति में बदलाव
जन सुराज पार्टी का मुख्य उद्देश्य बिहार की राजनीति में बदलाव लाना है। यह पार्टी सत्ता के लिए नहीं, बल्कि बिहार की जनता की समस्याओं के समाधान के लिए काम करना चाहती है। पार्टी का यह विचार है कि राज्य की राजनीति को लोगों के हितों और विकास के लिए समर्पित किया जाना चाहिए।
जन सुराज का दृष्टिकोण पारदर्शिता, स्वच्छता और विकास पर आधारित है। पार्टी बिहार में शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य बुनियादी सुविधाओं में सुधार की दिशा में काम करना चाहती है। इसके अलावा, पार्टी का जोर स्थानीय स्तर पर विकास को बढ़ावा देने और किसानों के मुद्दों पर समाधान खोजने पर है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 अब एक बेहद महत्वपूर्ण चुनावी मुकाबला बनने जा रहा है। राज्य की राजनीतिक धारा में बदलाव की आवश्यकता को समझते हुए जन सुराज पार्टी ने अपनी चुनावी टीम तैयार कर ली है। पार्टी के उम्मीदवारों की यह पहली सूची यह संकेत देती है कि वे राज्य के विभिन्न हिस्सों में जनसंपर्क बढ़ाने की योजना पर काम कर रहे हैं।
जन सुराज पार्टी ने 51 उम्मीदवारों को मैदान में उतारकर यह दिखा दिया है कि वे पार्टी में विविधता और सामाजिक समावेशन को बढ़ावा दे रहे हैं। पार्टी की तरफ से यह घोषणा की गई है कि इन उम्मीदवारों में से कई लोग राज्य की राजनीति में नए चेहरों के रूप में उभरेंगे और आम जनता के मुद्दों पर काम करेंगे।
भविष्य के लिए उम्मीदें
अब बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए बहुत कुछ तय होने को है। जन सुराज पार्टी की पहली सूची और उसके बाद के कदम यह सुनिश्चित करेंगे कि पार्टी कितनी बड़ी चुनौती पेश करती है। पार्टी की रणनीति और उम्मीदवारों का चयन यह संकेत देता है कि वे बिहार की राजनीति में एक मजबूत स्थान बनाने के लिए तैयार हैं।
यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या जन सुराज पार्टी बिहार की मौजूदा राजनीति को चुनौती दे सकती है और कितना प्रभावी हो सकती है। इसके लिए प्रशांत किशोर की रणनीति और पार्टी के उम्मीदवारों के प्रयासों का अहम रोल होगा।
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