गुरूवार, जुलाई 17, 2025
होमSocietyबांग्लादेश में शेख हसीना के समर्थकों ने मोहम्मद यूनुस की सरकार के...

बांग्लादेश में शेख हसीना के समर्थकों ने मोहम्मद यूनुस की सरकार के खिलाफ आंदोलन तेज किया, हिंसा में 4 की मौत

Published on

spot_img
Follow Us : Google News WhatsApp

बांग्लादेश में शेख हसीना की पार्टी, आवामी लीग के समर्थकों ने मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार के खिलाफ प्रदर्शन और हिंसा की एक नई लहर शुरू कर दी है। यह प्रदर्शन बांग्लादेश के गोपालगंज में तीव्र हो गए हैं, जहां 4 लोग मारे गए और 9 लोग घायल हो गए हैं। प्रदर्शनकारियों के खिलाफ टैंक सड़कों पर उतार दिए गए हैं और इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पैरामिलिट्री जवान तैनात किए गए हैं।

गोपालगंज में हिंसा की शुरुआत


यह हिंसा तब शुरू हुई जब शेख हसीना के समर्थक, जो आवामी लीग के सदस्य थे, और राष्ट्रीय नागरिक पार्टी (NCP) के समर्थक, जो मोहम्मद यूनुस की सरकार के समर्थन में हैं, एक-दूसरे से भिड़ गए। गोपालगंज में NCP के छात्र संगठन ने रैली निकाली थी, और आरोप है कि आवामी लीग के कार्यकर्ताओं ने उस पर हमला कर दिया। जैसे ही यह हमला हुआ, झड़पों का सिलसिला शुरू हो गया। इसके बाद, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं, जिससे चार लोगों की मौत हो गई और नौ लोग घायल हो गए।

मृतकों की पहचान


गोपालगंज में हुई हिंसा में मारे गए लोगों में से तीन की पहचान दीप्टो साहा (25), रमजान काजी (18), और सोहेल मोल्ला (41) के रूप में हुई है। अस्पताल अधिकारियों के अनुसार, सभी घायल लोगों को गोली लगी थी। स्थिति को काबू करने के लिए पुलिस ने कर्फ्यू लगाया और 200 बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के जवानों को तैनात किया है।

हिंसा के कारण


इस हिंसा का एक बड़ा कारण बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति है। शेख हसीना के विरोधी गुट ने, जो पहले उनकी सरकार को गिराने की कोशिश कर चुके थे, अब एक नया राजनीतिक दल – राष्ट्रीय नागरिक पार्टी (NCP) – बना लिया है। NCP को मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार का समर्थन प्राप्त है, और यह पार्टी बांग्लादेश भर में विरोध प्रदर्शन कर रही है। गोपालगंज, जो शेख हसीना का पैतृक घर है, और यहां स्थित बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान का स्मारक इस आंदोलन के केंद्र बने हुए हैं।

NCP के छात्रों ने अपनी रैली के दौरान शेख मुजीबुर्रहमान के खिलाफ नारेबाजी की, जिससे आवामी लीग के समर्थकों से झड़प हो गई। देखते ही देखते यह झड़प हिंसक हो गई और पुलिस को स्थिति पर काबू पाने के लिए गोली चलानी पड़ी। इसके बाद, स्थिति को नियंत्रित करने के लिए टैंक सड़कों पर उतारने पड़े और कर्फ्यू लगा दिया गया।

मोहम्मद यूनुस का बयान


इस हिंसा के बारे में मोहम्मद यूनुस ने सोशल मीडिया पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण रैलियों को रोकना युवाओं के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है। उन्होंने अपराधियों की पहचान कर उन्हें न्याय के कटघरे में लाने की बात की। साथ ही, यूनुस ने उन छात्रों की सराहना की जिन्होंने धमकियों के बावजूद अपनी रैली जारी रखी। उन्होंने यह भी कहा, “बांग्लादेश में किसी भी नागरिक के खिलाफ हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है।”

हालांकि, NCP के इस रैली में हमले की कोई वीडियो या पुख्ता प्रमाण अभी तक सामने नहीं आए हैं। बांग्लादेश मीडिया में इस पर सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह पूरी हिंसा शेख हसीना के समर्थकों को निशाना बनाकर की गई थी?

बांग्लादेश की राजनीति में उथल-पुथल


बांग्लादेश में शेख हसीना और मोहम्मद यूनुस की सरकार के बीच की खाई अब बहुत गहरी हो गई है। NCP के उभार के बाद, बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति और भी जटिल हो गई है। NCP का आरोप है कि आवामी लीग के कार्यकर्ता उन पर हमले कर रहे हैं, जबकि आवामी लीग का कहना है कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।

गोपालगंज में बढ़ती हिंसा और संघर्ष यह दिखाते हैं कि देश में राजनीतिक अस्थिरता गहरी हो रही है। कर्फ्यू और सैन्य बलों की तैनाती ने स्थिति को और भी संवेदनशील बना दिया है। अब यह देखना होगा कि क्या बांग्लादेश की सरकार शांति स्थापित कर पाएगी, या फिर यह असहमति और विरोध और बढ़ेगा।

गोपालगंज में बढ़ते तनाव के बीच सुरक्षा की स्थिति


गोपालगंज, जो शेख हसीना के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, अब एक संघर्ष के केंद्र में बदल चुका है। यहां की राजनीति ने पूरे देश के लिए एक नया संकट खड़ा कर दिया है। शेख हसीना और उनके समर्थकों के खिलाफ होने वाली हिंसा और आरोपों ने दोनों पक्षों के बीच स्थिति को और जटिल बना दिया है। साथ ही, कर्फ्यू और सुरक्षा बलों की तैनाती से यह भी स्पष्ट होता है कि स्थिति कितनी गंभीर हो गई है।


बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति अगले कुछ हफ्तों में और जटिल हो सकती है। शेख हसीना और मोहम्मद यूनुस के बीच की खाई को कम करने के लिए दोनों पक्षों को गंभीर बातचीत करनी होगी। फिलहाल, बांग्लादेश में स्थिति बिगड़ती जा रही है और कई क्षेत्रों में प्रदर्शनों की संभावना बनी हुई है।

राजनीतिक हलचल के बीच, गोपालगंज और अन्य क्षेत्रों में जनता के बीच शांति स्थापित करना सरकार के लिए एक बड़ा चुनौती बन गया है। यह देखना होगा कि क्या सरकार इस उथल-पुथल को शांत कर पाएगी, या फिर यह संघर्ष देशभर में फैल जाएगा। बांग्लादेश का भविष्य इस राजनीतिक संकट के समाधान पर निर्भर करेगा।

Read this article in

KKN लाइव WhatsApp पर भी उपलब्ध है, खबरों की खबर के लिए यहां क्लिक करके आप हमारे चैनल को सब्सक्राइब कर सकते हैं।

KKN Public Correspondent Initiative


Discover more from KKN Live

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Latest articles

बिहार स्टाफ नर्स भर्ती 2025: परीक्षा तिथियां, पद विवरण और चयन प्रक्रिया

बिहार तकनीकी सेवा आयोग (BTSC) ने स्टाफ नर्स पदों की भर्ती परीक्षा तिथियां घोषित...

Realme 15 Pro 5G: स्मार्टफोन में एआई फीचर्स और बेहतरीन स्पेसिफिकेशंस के साथ दस्तक

रियलमी एक बार फिर स्मार्टफोन बाजार में धमाल मचाने के लिए तैयार है। कंपनी...

बिहार शिक्षा भर्ती 2025: बीपीएससी टीआरई 4.0 के लिए 1.2 लाख पदों पर भर्ती, आवेदन की अंतिम तिथि नजदीक

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में चौथे चरण की शिक्षक भर्ती (BPSC...

ये रिश्ता क्या कहलाता है: अरमान के सिर पर गंभीर चोट, अस्पताल में भर्ती

स्टार प्लस का मशहूर शो ये रिश्ता क्या कहलाता है अपनी दिलचस्प कहानी से...

More like this

बिहार स्टाफ नर्स भर्ती 2025: परीक्षा तिथियां, पद विवरण और चयन प्रक्रिया

बिहार तकनीकी सेवा आयोग (BTSC) ने स्टाफ नर्स पदों की भर्ती परीक्षा तिथियां घोषित...

बिहार शिक्षा भर्ती 2025: बीपीएससी टीआरई 4.0 के लिए 1.2 लाख पदों पर भर्ती, आवेदन की अंतिम तिथि नजदीक

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में चौथे चरण की शिक्षक भर्ती (BPSC...

प्रधानमंत्री मोदी का मोतिहारी दौरा: 7217 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 जुलाई 2025 को बिहार के मोतिहारी में अपने 53वें दौरे...

उत्तर प्रदेश सरकार ने होम्योपैथी निदेशक अरविंद कुमार वर्मा को गंभीर आरोपों में निलंबित किया

उत्तर प्रदेश सरकार ने होम्योपैथी विभाग के निदेशक प्रोफेसर अरविंद कुमार वर्मा को गंभीर...

अमरनाथ यात्रा स्थगित: भारी बारिश के कारण यात्रा रोक दी गई

अधिकारियों ने पुष्टि की है कि पिछले 36 घंटों से जारी भारी बारिश के...

इंदौर को आठवीं बार ‘भारत का सबसे स्वच्छ शहर’ घोषित किया गया

स्वच्छ सर्वेक्षण अवार्ड्स 2024-25 के अनुसार, इंदौर को लगातार आठवीं बार भारत का सबसे...

UGC NET जून 2025 रिजल्ट की तारीख घोषित, NTA ने जारी किया नोटिफिकेशन

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने UGC NET जून 2025 के रिजल्ट की तारीख घोषित...

भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला का 18 दिन के आईएसएस मिशन के बाद परिवार से मिलन, भावुक पल साझा किए

भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर अपने...

आंद्रे रसेल ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी दो मैच खेलेंगे

वेस्टइंडीज के दिग्गज ऑलराउंडर आंद्रे रसेल ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा...

भारत में सोने की कीमत: वैश्विक व्यापार तनाव और भू-राजनीतिक अस्थिरता के बीच सोने की कीमतें फिर से बढ़ीं

भारत में सोने की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, और ये कीमतें अब 1...

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बड़ा ऐलान: घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली, चुनाव से पहले बड़ी राहत

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य की 14 करोड़ जनता को बड़ी राहत...

दिल्ली विश्वविद्यालय ने 2025 के लिए बीए एलएलबी और बीबीए एलएलबी की पहली कट-ऑफ सूची जारी की

दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) ने 2025 सत्र के लिए बीए एलएलबी (ऑनर्स) और बीबीए एलएलबी...

पटना के पारस अस्पताल में अपराधियों द्वारा पैरोल पर आए कैदी पर गोलीबारी

गुरुवार की सुबह पटना के एक प्रमुख प्राइवेट अस्पताल, पारस अस्पताल में एक हैरान...

राशिफल 17 जुलाई 2025: सभी राशियों के लिए आज का भविष्यफल

आज 17 जुलाई 2025 को चंद्रमा का गोचर मीन राशि से मेष राशि में...

बिहार में मानसून की सक्रियता, भारी वर्षा की चेतावनी

बिहार के कई जिलों में मानसून के सक्रिय होने से लोगों को भीषण गर्मी...