12 वीं पास लड़के ने गलत लिखी हिंदी तो पांचवी पांस लड़की ने तोड़ा रिश्ता
बारहवीं उतीर्ण लड़के को लिखने नही आया परिश्रम,सम्प्रदायिक व दृष्टीकोण
यह खबर उन लड़कियो की बानगी है जो कागज पर पास लड़को के मोहफांस मे पड़ जाते है। उनसे शादी के लिए परिवार के लोगो के इच्छा के विरूद्ध सारी हदे लांघ जाते है।अब तक शादी दहेज का लेनदेन,लड़के के कद काठी,रंग रूप व कारोबार को लेकर टूटते देखा है। दहेज को लेकर कई बार आपने शादियां और रिश्ते टूटते देखे है, लेकिन मैनपुरी में एक रिश्ता सिर्फ इसलिए टूट गया क्योकि लड़का हिंदी के तीन शब्द सही से नहीं लिख सका। मौके पर मौजूद लोगो के अनुसार, लड़की ने लड़के को ‘सांप्रदायिक’,परिश्रम और ‘दृष्टिकोण’ जैसे शब्द लिखने को कहा था। इस पर आसपास के लोगों ने भी दोनों परिवारों को समझाया, लेकिन बात नहीं बनी।
बता दे की मैनपुरी जिले के कुरावली में रहने वाली लड़की का रिश्ता फर्रुखाबाद के एक युवक से तय हुआ था। पता चला है कि लड़का 12वीं पास था, जबकि लड़की ने सिर्फ पांचवीं क्लास तक पढ़ाई की थी। सोमवार को तय हुआ कि लड़का-लड़की मैनपुरी के नुमाइश ग्राउंड में मिलेंगे। मंगलवार दोपहर में दोनों अपने-अपने परिवारों के साथ वहां पहुंचे।
अकेले में बातचीत शुरू हुई तो लड़के ने लड़की को एक डायरी दी और हिंदी के शब्द बोले। लड़की ने सब एकदम सही लिख दिया। लड़के ने अपनी तरफ से सब कुछ फाइनल होने का इशारा कर दिया। इस बीच लड़की का दिमाग ठनका और उसने लड़के को वही डायरी-पेन दोबारा थमा दिया और ‘सांप्रदायिक’, ‘दृष्टिकोण’, ‘परिश्रम’ जैसे शब्द लिखने को कहा। लड़के से उसके घर का पता लिखवाया गया।
अकेले में बातचीत शुरू हुई तो लड़के ने लड़की को एक डायरी दी और हिंदी के शब्द बोले। लड़की ने सब एकदम सही लिख दिया। खुश होकर लड़के ने अपनी तरफ से सब कुछ फाइनल होने का इशारा कर दिया। इस बीच लड़की को लगा उसे भी टेस्ट लेना चाहिये तो उसने लड़के को भी वही डायरी-पेन दोबारा थमा दिया और ‘सांप्रदायिक’, ‘दृष्टिकोण’, ‘परिश्रम’ जैसे शब्द लिखने को कहा। साथ ही लड़के से उसके घर का पता लिखवाया गया।
डायरी चेक हुई तो पता के साथ सारे शब्द गलत लिखे मिले। इससे लड़की भड़क गई और रिश्ते से इनकार कर दिया। परिजनों और आसपास के लोगों ने खूब समझाया, लेकिन लड़की ने किसी की एक ना सुनी ।