नही मिलेगा पीने के पानी
ग्लोबलाइजेशन की दौर में हमारी धरती तेजी से गर्म हो रही है और समय रहते इसको रोका नही गया तो धरती से पीने का पानी समाप्त हो जायेगा। दरअसल, नासा के हालिया खुलाशे के मुताबिक धरती का औसत तापमान 0.8 डिग्री सेल्सियस बढ़ चुका है। यदि, धरती एक डिग्री तक गर्म हो गई, तो सबसे पहले धरती से पीने का पानी समाप्त हो जायेगा। अध्ययन में पाया गया है कि 2005 में भूमध्य रेखा के पास साफ पानी के तमाम स्त्रोत सूख चुके हैं और 21वीं सदी के अंत तक धरती के एक तिहाई हिस्से से पीने का पानी खत्म हो जायेगा।