समलैंगिक अधिकार की लड़ाई को मिला मजबूती
ताइवान। विवाह अक्सर लड़का और लड़की के बीच का एक नाजुक संबंध है। किंतु, हाल के वर्षो में समलैंगिक विवाह करने का भी प्रचलन तेजी से बढ़ा है। भारत सहित दुनिया के कई देशो में समलैंगिक जोड़ा इस इस विवाह को कानूनी मान्यता देने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहें हैं। ताइवान की सबसे बड़ी अदालत ने आज समलैंगिकों की शादी को कानूनी मान्यता दे कर समलैंगिक विवाह की मांग करने वालों को एक हौसला दे दी है। इसके साथ ही ताइवान समलैंगिकों को शादी करने का कानूनी अधिकार देने वाला एशिया का पहला देश बन गया है।
अदालत ने कहा, अगर समलैंगिकों की शादी से संबंधित कानून में संशोधन नहीं होता अथवा उसे लागू नहीं किया जाता है तो समान लिंग के लोगों का विवाह पंजीकरण प्रभावी माना जाएगा। अदालत के फैसले के बाद बड़ी संख्या में समलैंगिक जोड़ो ने रंगीन छतरियां लेकर ताइवान के संसद के बाहर एकत्रित हुए और जश्न मनाया। इस फैसले से समलैंगिकों की शादी को किसी भी महिला और पुरुष की शादी की तरह मान्यता मिलेगी।