पवन सिंह ने बीजेपी से टिकट मिलने के बाद चुनाव लड़ने से मना कर दिया था, लेकिन अब उन्होंने यू-टर्न ले लिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि वे मां और जनता से किया वादा पूरा करने के लिए चुनाव लड़ेंगे।
10 दिन पहले, 3 मार्च को उन्होंने आसनसोल सीट से चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। उन्होंने निजी कारणों का हवाला दिया था।
अब सवाल उठ रहे हैं:
पवन सिंह ने यू-टर्न क्यों लिया?
क्या वे बीजेपी से ही चुनाव लड़ेंगे?
क्या उन्हें आरजेडी से टिकट मिलेगा?
पहले उन्होंने आसनसोल सीट से चुनाव लड़ने से मना क्यों किया था?
बीजेपी ने उन्हें पश्चिम बंगाल के आसनसोल सीट से उम्मीदवार बनाया था।
मौजूदा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के खिलाफ उन्हें उतारा जाना था।
पवन सिंह ने निजी कारणों का हवाला देते हुए मना कर दिया था।
इसके बाद उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी।
मुलाकात के बाद उन्होंने कहा था कि जो भी होगा अच्छा होगा।
अब चर्चा है कि वे आरजेडी से चुनाव लड़ सकते हैं।
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार, पवन सिंह आरा से टिकट चाहते थे।
जनवरी में उन्होंने इशारा किया था कि अगर आरा से टिकट मिलेगा तो वे चुनाव लड़ेंगे।
सूत्रों की माने तो पवन सिंह आरा और काराकाट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
पवन सिंह की पहली पसंद आरा लोकसभा सीट है।
लेकिन यहां से दो बार के सांसद केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह चुनाव लड़ेंगे।
इसके बाद से पवन सिंह का आरा से चुनाव लड़ना मुश्किल दिखने लगा था।
पवन सिंह ने बीजेपी को ऑप्शन दिया था कि अगर वह चाहे तो बिहार में दूसरी जगह से उन्हें चुनाव लड़ा सकती है।
अब चर्चा हो रही है कि शायद अब पवन सिंह की मांग ना सुनना भारतीय जनता पार्टी को भारी पड़ सकता है और पवन सिंह भाजपा की जगह आरजेडी के टिकट पर बिहार में ही चुनाव लड़ सकते हैं।
आपकी राय क्या है?
कमेंट में जरूर बताएं।