बिहार विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। चुनाव अपने निर्धारित समय पर होगा। कोरोनाकाल का यह पहला आम चुनाव होगा। राजनीति में गुणा गणित का खेल शुरू हो चुका है। सम्भावनाएं तलाशी जा रही है। कहतें है कि राजनीति वह विधा है, जहां मौका मिला तो ठीक। वर्ना मौका परस्ती से भी गुरेज नहीं होता है। जाहिर है, दरबारें सजेंगी। पटना ही नहीं, रांची में भी सजेंगी। जोगाड़ टेक्नॉलजी, एक्टिव होगा। वायोडेटा का खेल चलेगा। राजनीति के गलियारे में चंदा- चुटकी की बातें छन-छन कर बाहर आयेंगी। कुछ आरोप के शक्ल में और कुछ खंडन के शक्ल में। रहनुमाओं के बगावत के चर्चे सुर्खियां बटोरेगी। आरोप प्रत्यारोप का शोर ऐसा मचेगा कि हमारा और आपका मुद्दा एक बार फिर से गुम हो जाये, तो आश्चर्य नहीं होगा। यह कोई नई परंपरा नहीं है। बल्कि, ऐसा पहले भी हो चुका है। विकास की बात से शुरू होने वाला राजनीति, आखिरकार भावनाओं की भंवर में गुम होता ही रहा है। सवाल उठता है कि क्या यहीं राजनीति है? देखिए, इस रिपोर्ट में…
This post was published on सितम्बर 11, 2020 14:06
Manipur की दर्द भरी दास्तान में झाँकिए, जहां हिंसा, राजनीति और संघर्ष ने इस राज्य… Read More
Manipur में बढ़ती हिंसा और आक्रोश के पीछे की कहानी को जानने के लिए देखिए… Read More
विशेष राज्य का दर्जा: जी हां, विशेष राज्य का दर्जा। भारत की राजनीति में इन… Read More
क्या आप जानना चाहते हैं कि भारतीय न्याय संहिता, नागरिक सुरक्षा संहिता और साक्ष्य अधिनियम… Read More
आज के इस वीडियो में हम बात करेंगे भारतीय शिक्षा प्रणाली की ऐतिहासिक सच्चाई पर,… Read More
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की तीसरी बार सरकार का गठन हो चुका… Read More