अररिया। अररिया के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री तस्लीमुद्दीन नहीं रहे। चेन्नई के अपोलो अस्पताल में उनका निधन हो गया। वह काफी समय से बीमार चल रहे थे। उनका जन्म 4 जनवरी 1943 में हुआ था। वे 74 वर्ष के थे। उनके तीन बेटे और दो बेटियां हैं। उनका पैतृक गांव सिसौना, जोकीहाट, अररिया है। वे सात बार विधायक रहे औऱ पांच बार सांसद चुने गये। उन्हें सीमांचल का गांधी भी कहा जाता था। यूपीए की सरकार में तस्लीमुद्दीन केंद्र में कृषि राज्य मंत्री और उपभोक्ता खाद्य व वितरण राज्य मंत्री भी रहे। उनके निधन से पूरे सीमांचल में शोक की लहर दौड़ गई है।
This post was published on सितम्बर 18, 2017 13:18
या आप जानते हैं कि गिद्ध क्यों विलुप्त हो गए? और इसका मानव जीवन पर… Read More
भारत और पाकिस्तान के 1947 के बंटवारे में केवल जमीन ही नहीं, बल्कि घोड़ागाड़ी, बैंड-बाजा,… Read More
7 दिसंबर 1941 का पर्ल हार्बर हमला केवल इतिहास का एक हिस्सा नहीं है, यह… Read More
सफेद बर्फ की चादर ओढ़े लद्दाख न केवल अपनी नैसर्गिक सुंदरता बल्कि इतिहास और संस्कृति… Read More
आजादी के बाद भारत ने लोकतंत्र को अपनाया और चीन ने साम्यवाद का पथ चुना।… Read More
मौर्य साम्राज्य के पतन की कहानी, सम्राट अशोक के धम्म नीति से शुरू होकर सम्राट… Read More