बिहार के मुजफ्फरपुर जिला अन्तर्गत मीनापुर थाना के पानापुर ओपी के जामिन मठिया गांव में बुधवार की सुबह अगवा ठेकेदार अशोक का शव लाया गया। शव आते ही गांव में कोहराम मच गया। मां, पत्नी समेत परिवार के लोग शव से लिपटकर चीत्कार मारने लगे। आस पड़ोस के लोगों की आंखें नम हो गईं। विधायक राजीव कुमार उर्फ मुन्ना यादव, उपप्रमुख रंजन कुमार सिंह, बच्चू राय, राकेश प्रसाद, विक्रांत यादव, रवि पटेल समेत दर्जनों लोगों ने घरवालों से मिलकर सांत्वना दी।
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एटीएम से निकाले रुपये
ठेकेदार अशोक कुमार के अगवा होने के बाद तफ्तीश में जुटी पुलिस को पता चला कि अशोक के एटीएम कार्ड से पटना के मीठापुर बस स्टैंड के पास रुपये निकाले गए। इस दौरान यह बात सामने आयी कि उसी एटीएम कार्ड से बिहारशरीफ स्थित गोवर्धन लाल रस्तोगी ज्वेलर्स से चार सोने की चेन खरीदी गई है। पुलिस टीम फौरन वहां पहुंची और दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली। चार लोग कैमरे में अशोक का कार्ड स्वैप कर खरीदारी करते दिखे। दुकानदार के बिल पर चारों ने अपना मोबाइल नंबर लिखा था। एक अपराधी ने बिल पर खुद का ही नंबर दे दिया था, जब उस मोबाइल नंबर के डीटेल को निकाला गया तो उस पर चारों में एक अपराधी की तस्वीर मिली। वह दुकान के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में भी दिख रहा था। मोबाइल नंबर में दिए गए डीटेल के आधार पर पुलिस समस्तीपुर पहुंच गई।
कार से हुआ था अपहरण
इस बीच पुलिस ने एक अपराधी को दबोच लिया है। पकड़े गए अपराधी सुजीत ने यह खुलासा किया कि छह नवंबर को दानापुर में अपने तीन अन्य साथियों के साथ उसने अशोक को झांसे में लिया और उसको मीठापुर बस स्टैंड ले गए। मीठापुर बस स्टैंड पहुंचने के बाद अशोक ने अपनी पत्नी को फोन पर बताया कि वह बस से मुजफ्फरपुर आ रहा है। इसके बाद मुजफ्फरपुर की ओर ही जाने की बात कहकर अशोक को गाड़ी में ही बैठे रहने के लिए कहा, फिर उसे पेय पदार्थ में नशा मिलाकर पिला दिया गया और बेहोश होने पर उसका बैग, एटीएम कार्ड सहित अन्य सामान लूट लिया गया। अपराधी अशोक को फोरलेन पर फेंक कर फरार हो गये।
ऐसे हुई घटना
हैदराबाद में लेबर कांट्रैक्टर अशोक शाह पांच नवंबर को पटना के लिए चला था। छह नवंबर को यहां पहुंचने के बाद उन्होंने आखिरी बार अपनी पत्नी से बात की। उस वक्त अशोक ने खुद को मीठापुर में होने और बस से आने की बात बताई थी। उसके बाद उसका मोबाइल बंद हो गया। परिजनों ने जक्कनपुर थाने में उसके अपहरण की एफआईआर दर्ज कराई थी।
अपहरण में इस्तेमाल हुआ कार
सुजीत ने पुलिस को बताया कि उसका गिरोह एक कार से चलता है। कार में बैठाकर राहगीरों से लूटपाट करता है। अशोक को भी मिठापुर में अपनी कार में बैठाया। लूटपाट का विरोध करने पर उसकी पिटाई की गई। वारदात में इस्तेमाल कार का नंबर मुजफ्फरपुर डीटीओ कार्यालय से निर्गत है। पटना पुलिस ने मामले में गिरफ्तार सुजीत को कोर्ट में पेश किया। वहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
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