सोने और चांदी के रेट 19 अप्रैल 2025: अक्षय तृतीया से पहले ताजा कीमतें

Gold and Silver Rates on 19 April 2025

KKN गुरुग्राम डेस्क | अक्षय तृतीया के पर्व के साथ ही सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। यदि आप इस शुभ अवसर पर सोने या चांदी की खरीदारी करने जा रहे हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि आप आज के ताजा रेट चेक कर लें। 19 अप्रैल 2025 को सोने की कीमत ₹97,000 के आसपास और चांदी की कीमत ₹1,00,000 प्रति किलो चल रही है।

इस लेख में हम 22 कैरट, 24 कैरट सोने और चांदी के ताजा रेट्स को लेकर शहर दर शहर जानकारी देंगे।

सोने और चांदी के रेट्स: 19 अप्रैल 2025

आज के दिन की सोने और चांदी की कीमतों में मामूली बदलाव आया है। विभिन्न शहरों में सोने और चांदी की कीमतें इस प्रकार हैं:

  • 22 कैरट सोने की कीमत: ₹89,600 प्रति 10 ग्राम

  • 24 कैरट सोने की कीमत: ₹97,730 प्रति 10 ग्राम

  • चांदी (1 किलो): ₹99,900

यह कीमतें विभिन्न शहरों में थोड़ी भिन्न हो सकती हैं और बाजार की मांग, वैश्विक कीमतों और आगामी त्योहारों के असर से प्रभावित होती हैं।

भारत के प्रमुख शहरों में सोने और चांदी के रेट्स

सोने और चांदी की कीमतें भारत के प्रमुख शहरों में इस प्रकार हैं:

सोने की कीमत प्रमुख शहरों में (आज)

  • 18 कैरट सोने की कीमत:

    • दिल्ली: ₹73,310 प्रति 10 ग्राम

    • कोलकाता और मुंबई: ₹73,190 प्रति 10 ग्राम

    • इंदौर और भोपाल: ₹73,230 प्रति 10 ग्राम

    • चेन्नई: ₹74,050 प्रति 10 ग्राम

  • 22 कैरट सोने की कीमत:

    • इंदौर और भोपाल: ₹89,500 प्रति 10 ग्राम

    • जयपुर, लखनऊ, दिल्ली: ₹89,600 प्रति 10 ग्राम

    • हैदराबाद, केरल, कोलकाता और मुंबई: ₹89,450 प्रति 10 ग्राम

  • 24 कैरट सोने की कीमत:

    • इंदौर और भोपाल: ₹97,360 प्रति 10 ग्राम

    • दिल्ली, जयपुर, लखनऊ और चंडीगढ़: ₹97,460 प्रति 10 ग्राम

    • हैदराबाद, केरल, बैंगलुरू और मुंबई: ₹97,310 प्रति 10 ग्राम

    • चेन्नई: ₹97,310 प्रति 10 ग्राम

चांदी की कीमत प्रमुख शहरों में (आज)

  • चांदी की कीमत (1 किलो):

    • दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, जयपुर, और लखनऊ: ₹1,00,000 प्रति किलो

    • चेन्नई, मदुरै, हैदराबाद और केरल: ₹1,10,000 प्रति किलो

    • भोपाल और इंदौर: ₹1,00,000 प्रति किलो

चांदी की कीमतें थोड़ी भिन्न हो सकती हैं, और सबसे अधिक कीमत चेन्नई, मदुरै और केरल में दर्ज की गई है।

सोने की शुद्धता कैसे जांचें?

सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव के बीच यह भी महत्वपूर्ण है कि आप जो सोना खरीद रहे हैं उसकी शुद्धता और प्रामाणिकता को सुनिश्चित करें। भारत में भारतीय मानक संगठन (ISO) द्वारा सोने की शुद्धता को पहचानने के लिए हॉलमार्क दिया जाता है। सोने की शुद्धता के लिए सामान्य मानक इस प्रकार होते हैं:

  • 24 कैरट सोना: 99.9% शुद्ध सोना, जिसे 999 गोल्ड भी कहा जाता है।

  • 22 कैरट सोना: लगभग 91% शुद्ध, बाकी अन्य धातुओं जैसे तांबा, चांदी, और जिंक से मिश्रित होता है।

  • 18 कैरट सोना: इसमें 75% सोना और 25% अन्य धातुएं होती हैं।

सोने की शुद्धता को पहचानने के लिए सोने या आभूषण पर निम्नलिखित निशान होते हैं:

  • 24 कैरट सोना: 999

  • 23 कैरट सोना: 958

  • 22 कैरट सोना: 916

  • 21 कैरट सोना: 875

  • 18 कैरट सोना: 750

ध्यान देने योग्य बात यह है कि 24 कैरट सोना पूरी तरह से शुद्ध होता है, और यह आमतौर पर सिक्कों के रूप में पाया जाता है, क्योंकि 24 कैरट के आभूषण बनाए नहीं जा सकते क्योंकि यह बहुत नर्म होता है। इसलिए ज्यादातर दुकानदार 18, 20 और 22 कैरट सोना बेचते हैं।

सोने और चांदी की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारण

सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव के कई कारण हो सकते हैं, खासकर अक्षय तृतीया जैसे प्रमुख त्योहारों के पास। यहां कुछ प्रमुख कारण दिए गए हैं:

  1. वैश्विक बाजार के रुझान: सोने और चांदी की कीमतें वैश्विक बाजार के रुझानों से प्रभावित होती हैं। यदि वैश्विक बाजार में सोने की कीमत बढ़ती है तो भारतीय बाजार में भी सोने की कीमत बढ़ती है।

  2. मांग और आपूर्ति: अक्षय तृतीया जैसे त्योहारों पर सोने और चांदी की मांग में भारी वृद्धि होती है, जिससे कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि चांदी सोने से सस्ती मानी जाती है, लेकिन त्योहारों के मौसम में इसकी भी कीमत बढ़ जाती है।

  3. मुद्रा का मूल्य: भारतीय रुपये का अंतरराष्ट्रीय मुद्रा (USD) के मुकाबले मूल्य भी सोने और चांदी की कीमतों को प्रभावित करता है। जब रुपये का मूल्य घटता है तो धातुओं की कीमतें बढ़ जाती हैं।

  4. गहनों और निवेश की मांग: त्योहारों के दौरान, विशेष रूप से अक्षय तृतीया, सोने और चांदी की गहनों और निवेश के रूप में भारी मांग होती है, जिससे कीमतों में वृद्धि हो सकती है।

  5. आर्थिक कारण: मुद्रास्फीति, ब्याज दरें और वैश्विक व्यापार स्थितियां निवेशकों के व्यवहार को प्रभावित करती हैं, जिससे सोने और चांदी की कीमतों पर असर पड़ता है।

अक्षय तृतीया और सोने-चांदी की खरीदारी में वृद्धि

अक्षय तृतीया को भारत में एक महत्वपूर्ण और शुभ दिन माना जाता है, विशेष रूप से सोने और चांदी की खरीदारी के लिए। इस दिन को समृद्धि और अच्छे भाग्य का प्रतीक माना जाता है, और लोग इस दिन सोने के गहनों, सिक्कों और चांदी के सामान को खरीदने की परंपरा रखते हैं।

अक्षय तृतीया के दौरान, सोने की कीमतें आमतौर पर बढ़ जाती हैं क्योंकि लोग इसे निवेश और गहनों के रूप में खरीदते हैं। यदि आप भी अक्षय तृतीया पर सोना या चांदी खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह आवश्यक है कि आप ताजा रेट्स को चेक करें ताकि आप स्मार्ट खरीदारी कर सकें।

अक्षय तृतीया पर सोना और चांदी क्यों खरीदें?

  1. सांस्कृतिक महत्व: अक्षय तृतीया पर सोना और चांदी खरीदने की परंपरा को माना जाता है कि यह समृद्धि और खुशहाली लाता है। इस दिन सोना खरीदने से आर्थिक स्थिरता और अच्छे भविष्य का संकेत मिलता है।

  2. निवेश के रूप में सोना: सोना हमेशा से एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, खासकर जब आर्थिक संकट हो। यह लंबी अवधि का स्टोर ऑफ वैल्यू है और समय के साथ मूल्य में वृद्धि होती है।

  3. चांदी के रूप में निवेश: चांदी सोने की तुलना में सस्ती होती है, लेकिन यह भी एक अच्छा निवेश विकल्प है। लोग अक्षय तृतीया पर चांदी भी खरीदते हैं, जो व्यक्तिगत उपयोग और निवेश दोनों के लिए उपयुक्त है।

अक्षय तृतीया 2025 के लिए सोने और चांदी की खरीदारी टिप्स

यदि आप अक्षय तृतीया 2025 पर सोने और चांदी की खरीदारी करने की योजना बना रहे हैं, तो यहां कुछ महत्वपूर्ण टिप्स दी गई हैं:

  1. शुद्धता और हॉलमार्क चेक करें: हमेशा यह सुनिश्चित करें कि आप जो सोना या चांदी खरीद रहे हैं, उसमें हॉलमार्क हो, जो इसकी शुद्धता को प्रमाणित करता है।

  2. निवेश के लिए सोना चुनें: यदि आप सोने को निवेश के रूप में खरीद रहे हैं, तो सोने के सिक्के या बार्स खरीदें, क्योंकि ये बेहतर मूल्य प्रदान करते हैं और गहनों की तुलना में उन्हें बेचना आसान होता है।

  3. कीमतों की तुलना करें: विभिन्न ज्वैलरी स्टोर्स और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर सोने और चांदी की कीमतों की तुलना करें ताकि आप सर्वश्रेष्ठ सौदा पा सकें।

  4. निर्माण शुल्क समझें: जब आप गहनों की खरीदारी करते हैं, तो हमेशा निर्माण शुल्क के बारे में पूछें, क्योंकि यह डिज़ाइन और जटिलता के आधार पर बहुत भिन्न हो सकता है।

  5. अपना बजट तय करें: सोने और चांदी की कीमतें उतार-चढ़ाव करती रहती हैं, इसलिए एक बजट तय करें और उस पर ही खरीदारी करें।

जैसे-जैसे अक्षय तृतीया 2025 नजदीक आ रहा है, सोने और चांदी की कीमतें बढ़ती जा रही हैं। बाजार की स्थितियों के आधार पर कीमतें बदल सकती हैं, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि आप ताजा रुझानों के बारे में जानकारी रखें और खरीदारी से पहले अपडेटेड रेट्स चेक करें।

चाहे आप निवेश के लिए सोना खरीद रहे हों या व्यक्तिगत उपयोग के लिए चांदी, यह सुनिश्चित करें कि आप सोने और चांदी की शुद्धता और प्रामाणिकता की जांच करें। ऊपर दी गई टिप्स को ध्यान में रखते हुए आप इस त्योहारी सीजन में स्मार्ट खरीदारी कर सकते हैं।


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