KKN गुरुग्राम डेस्क | भारत की सबसे पवित्र धार्मिक यात्राओं में शामिल चारधाम यात्रा 2025 का शुभारंभ 30 अप्रैल (बुधवार) से होने जा रहा है। इस यात्रा में श्रद्धालु यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के दर्शन करते हैं। उत्तराखंड सरकार ने यात्रा को सुविधाजनक और व्यवस्थित बनाने के लिए हरिद्वार में 20 ऑफलाइन पंजीकरण केंद्रों की स्थापना की है।
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राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि इस बार भी पंजीकरण अनिवार्य होगा — चाहे वह ऑनलाइन हो या ऑफलाइन। यह कदम सुरक्षा, स्वास्थ्य और भीड़ नियंत्रण के दृष्टिकोण से उठाया गया है।
चारधाम यात्रा 2025: मुख्य जानकारी एक नजर में
विवरण | जानकारी |
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यात्रा आरंभ तिथि | 30 अप्रैल 2025 (बुधवार) |
यात्रा अवधि | अप्रैल से नवंबर 2025 |
यात्रा स्थल | यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ |
पंजीकरण प्रकार | ऑनलाइन व ऑफलाइन |
ऑफलाइन पंजीकरण केंद्र | हरिद्वार में 20 काउंटर |
आधिकारिक पोर्टल | registrationandtouristcare.uk.gov.in |
मोबाइल ऐप | Tourist Care Uttarakhand |
पंजीकरण अनिवार्यता | हां |
हरिद्वार में शुरू हुए ऑफलाइन पंजीकरण केंद्र
उत्तराखंड पर्यटन विभाग ने उन श्रद्धालुओं के लिए हरिद्वार में 20 ऑफलाइन पंजीकरण केंद्र बनाए हैं, जो ऑनलाइन प्रक्रिया में असमर्थ हैं या जिनके पास इंटरनेट की सुविधा नहीं है। इन काउंटरों पर प्रशिक्षित स्टाफ की तैनाती की गई है जो यात्रियों को पंजीकरण में सहायता करेंगे।
काउंटर कहां स्थापित किए गए हैं:
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हरिद्वार रेलवे स्टेशन
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हर की पौड़ी क्षेत्र
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बस अड्डा परिसर
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ऋषिकेश मुख्य चेक पोस्ट
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यात्री विश्राम केंद्र व धर्मशालाएं
यात्री आधार कार्ड या अन्य सरकारी पहचान पत्र के साथ यहां जाकर पंजीकरण कर सकते हैं।
क्यों जरूरी है पंजीकरण?
चारधाम यात्रा में हर साल लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं। इस भीड़ को सुव्यवस्थित तरीके से नियंत्रित करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पंजीकरण अनिवार्य किया गया है।
पंजीकरण से निम्नलिखित लाभ होते हैं:
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यात्रा की ट्रैकिंग और मॉनिटरिंग
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आपात स्थिति में प्राथमिक चिकित्सा और सहायता
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QR कोड आधारित पहचान से प्रवेश पर नियंत्रण
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मंदिरों में अत्यधिक भीड़ से बचाव
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यात्रियों की संख्या के अनुसार सुविधाओं की व्यवस्था
2025 में अनुमानित श्रद्धालुओं की संख्या
उत्तराखंड सरकार के अनुसार, इस वर्ष 50 लाख से अधिक श्रद्धालु चारधाम यात्रा में भाग ले सकते हैं। यह संख्या 2024 में आए लगभग 46 लाख यात्रियों से अधिक होगी। यात्रा में वृद्धि के पीछे कई कारण हैं:
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बेहतर सड़क और हेलीकॉप्टर सुविधा
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धार्मिक पर्यटन का पुनरुत्थान
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सोशल मीडिया और धार्मिक समूहों का प्रचार
चारधाम मंदिरों के खुलने की तारीखें
धाम | तिथि (2025) | स्थान |
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यमुनोत्री | 30 अप्रैल | उत्तरकाशी |
गंगोत्री | 30 अप्रैल | उत्तरकाशी |
केदारनाथ | 1 मई | रुद्रप्रयाग |
बद्रीनाथ | 2 मई | चमोली |
इन मंदिरों के कपाट दीवाली के बाद शीतकाल के लिए बंद हो जाते हैं, अत: यात्रा अप्रैल से नवंबर के बीच की जाती है।
ऑनलाइन पंजीकरण भी उपलब्ध
यदि आप डिजिटल माध्यम से पंजीकरण करना चाहते हैं, तो उत्तराखंड सरकार ने एक आधिकारिक वेबसाइट और मोबाइल ऐप लॉन्च किया है:
🔗 registrationandtouristcare.uk.gov.in
या फिर आप “Tourist Care Uttarakhand” ऐप का उपयोग करके भी:
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घर बैठे पंजीकरण कर सकते हैं
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यात्रा स्लॉट बुक कर सकते हैं
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मौसम और मार्ग की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं
पंजीकरण के लिए आवश्यक दस्तावेज
चाहे आप ऑनलाइन करें या ऑफलाइन, निम्नलिखित दस्तावेज जरूरी हैं:
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वैध पहचान पत्र (आधार, वोटर आईडी, पासपोर्ट)
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मोबाइल नंबर (OTP के लिए)
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आपातकालीन संपर्क विवरण
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वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्वास्थ्य प्रमाणपत्र (अनुशंसित)
स्वास्थ्य परीक्षण और दिशा-निर्देश
चारधाम यात्रा ऊंचाई पर होती है, जहां ऑक्सीजन की मात्रा कम हो सकती है। इसलिए यात्रियों को कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए:
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हर चेकपोस्ट पर हेल्थ स्क्रीनिंग अनिवार्य
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पानी का सेवन अधिक करें और धीरे-धीरे acclimatize करें
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डायबिटीज और हृदय रोगियों को विशेष सतर्कता
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अपने साथ आवश्यक दवाइयाँ रखें
यात्रा के साधन और सुविधाएं
सरकार ने इस साल यात्रा को सुगम बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं:
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हरिद्वार व ऋषिकेश से सरकारी और निजी बसें
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केदारनाथ व बद्रीनाथ के लिए हेलीकॉप्टर सेवा
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बुजुर्गों के लिए घोड़े, पालकी की सुविधा
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टेंट, धर्मशाला, गेस्ट हाउस की समुचित व्यवस्था
हेल्पलाइन नंबर
यात्रा के दौरान किसी भी सहायता के लिए यात्री इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं:
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टूरिस्ट हेल्पलाइन: 1364
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एम्बुलेंस सेवा: 108
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उत्तराखंड पुलिस नियंत्रण कक्ष: हर धाम पर उपलब्ध
पर्यावरण अनुकूल यात्रा की पहल
उत्तराखंड सरकार ने इस वर्ष यात्रा को ईको-फ्रेंडली बनाने के लिए विशेष कदम उठाए हैं:
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प्लास्टिक थैली व बोतलों पर प्रतिबंध
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जैविक शौचालय की स्थापना
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सोलर लाइट्स का उपयोग
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यात्रियों को पुन: उपयोग योग्य बोतलें और कपड़े के बैग प्रयोग की सलाह
चारधाम यात्रा 2025 एक आध्यात्मिक ही नहीं बल्कि प्रशासनिक व सामाजिक स्तर पर भी एक बड़ा आयोजन है। हरिद्वार में शुरू हुए ऑफलाइन पंजीकरण केंद्र उन श्रद्धालुओं के लिए बड़ी राहत हैं, जो तकनीकी सुविधाओं से वंचित हैं।
यदि आप भी इस वर्ष चारधाम यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपने पंजीकरण पूरा कर लिया है, और सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए यात्रा करें।
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