दोहरे मताधिकार का उठाया लाभ
पांडुचेरी में करीब 4600 फ्रांसीसी है जिन्हें डबल नागरिकता प्राप्त है। ये फ़्रांस में हो रहे राष्ट्रपति चुनाव में बढ़ चढ़ कर भाग लिया और मताधिकार का प्रयोग किया। प्रथम चरण का मतदान 23 अप्रैल को हुआ था और दूसरे चरण का मतदान 7 मई को हुआ। इसमें फ्रांसीसी मतदाता अपने मत डाले । रविवार को फ़्रांसिसी दूतावास परिसर में लोग सुबह से ही इक्कठा होने लगे थे। फ़्रांस सरकार द्वारा संचालित स्कुल में मतदान केंद्र बनाया गया था।
बताते चले कि 1670 से 1954 तक पांडुचेरी फ़्रांस का उपनिवेश था । पांडुचेरी को स्वत्रंत्रता मिलने के बाद बहुत से लोग फ्रांस चले गए और बहुत से लोग यही बसने का फैसला लेकर यहाँ रहने लगे। 1954 तक पांडुचेरी में रहनेवालो को फ्रांस की नागरिकता मिल चुकी थी। उसके बाद उसके बच्चों को भी फ्रांस की नागरिकता मिल गई। उन्हें भारत में भी नागरिकता मिल गई। इस तरह उन्हें दोहरी नागरिकता प्राप्त है। इसी कारण फ़्रांस में हो रहे राष्ट्रपति चुनाव के लिये मतदान किये। ऐसे करीब 4600 लोग है जिन्हें फ़्रांस और भारत की नागरिकता प्राप्त है।