राजकिशोर प्रसाद
असली जदयू किसका? इसको लेकर पिछले कुछ दिनो से नीतीश और शरद के बीच चल रही खींचतान का पटाक्षेप हो गया है। इसी के साथ मुख्यमंत्री नीतीश के नेतृत्व वाला जदयू ही असली जदयू बन गया है। चुनाव आयोग ने बड़ा फैसला सुनाते हुये असली जदयू का हक नीतीश कुमार को दे दी है। इसी के साथ पार्टी का चुनाव चिन्ह तीर निशान पर भी नीतीश का कब्जा बरकरार रह गया है। चुनाव आयोग ने शरद के सभी दावो को खारिज कर दिया है।
नितीश कुमार के महागठबंधन से नाता तोड़कर एनडीए में शामिल होने से नाराज शरद यादव ने खुद को जदयू को नेता घोषित करते हुए चुनाव आयोग से मान्यता देने की मांग की और नीतीश के नेतृत्व वाली जदयू को नकली भी बता डाला। अब चुनाव आयोग ने शरद के दावा को खरिज कर दिया है। इस बीच पार्टी के द्वारा शरद की राज्य सभा सदस्यता रद्द करने की अपील के बाद अब राज्य सभा सचिवालय ने शरद से स्पष्टीकरण मांगा है। लिहाजा, दाव उल्टा पड़तें ही शरद यादव मुश्किलों में फंस गयें हैं।
This post was published on सितम्बर 13, 2017 10:41
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