पंसस मंजू देवी के नेतृत्व में सदस्यों ने लगाया अवमानना का आरोप
मुजफ्फरपुर। मीनापुर में पंचायत समिति की बैठक को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पंचायत समिति सदस्य मंजू देवी व अन्य पंससों ने प्रमुख पर सदन की अवमानना का आरोप लगाते हुए अधिकारियों को पत्र लिखा है।
मंजू देवी ने फर्जी नियोजित शिक्षक की बर्खास्तगी व फोल्डर जमा करने की मांग सहित 18 सूत्री मांग पत्र बीडीओ सहित सभी उच्चाधिकारी को सौंपते हुए दावा किया है कि बीते 11 नवम्बर को मीनापुर के पंचायत समिति में उक्त सभी प्रस्तावों को सर्व सम्मति से स्वीकृत किया जा चुका है। पंस सदस्य सुबोध कुमार ने बताया कि स्वयं प्रमुख बैठक की अध्यक्षता कर रही थी। उनकी सहमति से प्रस्ताव स्वीकृत किए गए। बावजूद इसके प्रमुख का पंस सदस्यों पर दबाव डाल कर हस्ताक्षर कराने का आरोप लगाना सदन की अवमानना है। स्थानीय अधिकारी से न्याय नहीं मिला तो सदस्य अवमानना के आरोप को लेकर कोर्ट जाएंगे। प्रमुख के द्वारा दिए गये बयान के विरोध में 36 सदस्यों ने हस्ताक्षर कर अपनी गोलबंदी के संकेत दे दिए हैं।
प्रमुख ने किया पलटवार
दूसरी ओर प्रमुख राधिका देवी ने एक बार फिर से सदन में बहुमत का दावा करते हुए 36 में से अधिकांश सदस्यो के हस्ताक्षर को फर्जी बताते हुए जिलाधिकारी के समक्ष सदस्यों का परेड कराने की बात कह कर विरोधी खेमा पर जबरदस्त हमला बोला है। इस बीच सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार शीघ्र ही चिह्नित किए गए फर्जी नियोजित शिक्षको की बर्खास्तगी का पत्र जारी करने के लिए बीडीओ ने तैयारी शुरू कर दी है। हांलाकि, इस बाबत बीडीओ संजय कुमार सिन्हा अभी कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं।
विवाद का कारण
विदित हो कि 11 नवम्बर को आयोजित पंचायत समिति की बैठक में फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त करने का प्रस्ताव स्वीकृत होते ही प्रमुख समर्थक व विरोधी सदस्य दो खेमे में बंट गए थे। इससे पहले मीनापुर थाना में पिछले वर्ष ही 145 फर्जी नियोजित शिक्षकों पर एफआईआर दर्ज हो चुकी है। तब से ही इन सभी शिक्षकों को बर्खास्त करने के लिए कई बार धरना आंदोलन भी हो चुका है। शिक्षा विभाग के आलाधिकारी भी दागी सभी 145 शिक्षकों को बर्खास्त करने का आदेश दे चुके हैं।