KKN गुरुग्राम डेस्क | दिल्ली में पश्चिमी विक्षोभ के कारण हाल के दिनों में गर्मी से कुछ राहत मिली थी, लेकिन अब राजधानी पर लू की दूसरी लहर का खतरा मंडराने लगा है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों के लिए लू का अलर्ट जारी किया है, और अनुमान है कि तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच सकता है। इसके साथ ही, अगले कुछ दिनों में दिल्ली के मौसम में एक बार फिर से गर्मी का असर बढ़ने वाला है।
Article Contents
दिल्ली में लू की वापसी
पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में तेज गर्मी का असर था, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ की वजह से थोड़ी राहत मिली थी। अब मौसम विभाग ने मंगलवार, 14 अप्रैल 2025 को घोषणा की है कि बुधवार से एक बार फिर दिल्ली में लू का खतरा बढ़ जाएगा। तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुँचने की संभावना है, और यह दिल्लीवासियों के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकता है।
दिल्ली में यह बदलाव अचानक नहीं आया है, बल्कि यह साल के इस समय का सामान्य मौसम बदलाव है। अप्रैल महीने की शुरुआत से ही दिल्ली में गर्मी का प्रकोप बढ़ने लगता है और मई-जून में यह अपनी चरम सीमा तक पहुँचता है।
लू के कारण और दिल्ली के मौसम पर इसका असर
लू की स्थिति तब बनती है जब मौसम में अत्यधिक गर्मी और आर्द्रता होती है। दिल्ली की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि यहाँ की गर्मी बहुत जल्दी बढ़ जाती है। यहाँ के शहरी इलाकों में अत्यधिक निर्माण और हरियाली की कमी के कारण तापमान और भी ज्यादा बढ़ जाता है। यह स्थिति अर्बन हीट आइलैंड इफेक्ट के कारण बनती है, जो दिल्ली के लिए एक बड़ी समस्या है।
इसके अलावा, जलवायु परिवर्तन भी इस स्थिति को बढ़ावा दे रहा है। वैश्विक तापमान में वृद्धि के कारण गर्मी की लहरें अधिक तीव्र और लंबे समय तक चलने लगी हैं।
लू के स्वास्थ्य पर प्रभाव
लू की स्थिति का सबसे बड़ा असर स्वास्थ्य पर पड़ता है। अत्यधिक गर्मी से शरीर का तापमान बढ़ता है, जिससे कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं। हीटस्ट्रोक और डिहाइड्रेशन इसके प्रमुख कारण हैं।
हीटस्ट्रोक:
हीटस्ट्रोक एक खतरनाक स्थिति है जो लंबे समय तक गर्मी के संपर्क में आने से होती है। इसमें शरीर का तापमान अत्यधिक बढ़ जाता है, और शरीर पसीने के जरिए गर्मी को बाहर नहीं निकाल पाता। इसके लक्षणों में चक्कर आना, उल्टी आना, शरीर में कमजोरी महसूस होना और बेहोशी तक शामिल हो सकते हैं। अगर इसे समय रहते न पहचाना जाए, तो यह जानलेवा हो सकता है।
डिहाइड्रेशन:
गर्मी के कारण शरीर से पसीने के रूप में पानी और खनिज निकल जाते हैं। अगर इनकी कमी पूरी नहीं की जाती है तो डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। डिहाइड्रेशन के कारण थकान, सिरदर्द, कमजोरी और चक्कर आना जैसे लक्षण हो सकते हैं।
हृदय और श्वसन समस्याएँ:
गर्मी में हृदय और श्वसन संबंधी समस्याएँ भी बढ़ सकती हैं। विशेष रूप से हृदय रोगियों के लिए यह समय खतरनाक हो सकता है। अत्यधिक गर्मी के कारण शरीर को अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिससे हृदय पर दबाव बढ़ता है और स्ट्रोक का खतरा भी होता है।
बच्चों और बुजुर्गों को अधिक खतरा
बच्चे और बुजुर्ग व्यक्ति अत्यधिक गर्मी से ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं। बुजुर्गों की शरीर की गर्मी को नियंत्रित करने की क्षमता कमजोर हो जाती है, जबकि बच्चों को भी लू से होने वाली बीमारियाँ अधिक प्रभावित कर सकती हैं।
लू से बचने के उपाय
अब जबकि दिल्ली में लू का अलर्ट जारी किया गया है, तो यह आवश्यक है कि आप कुछ साधारण सावधानियों को ध्यान में रखें ताकि आप और आपके परिवार के सदस्य गर्मी से सुरक्षित रह सकें।
1. खूब पानी पीएं:
गर्मी के दौरान सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप पर्याप्त पानी पिएं। नियमित अंतराल पर पानी और इलेक्ट्रोलाइट युक्त पेय जैसे नारियल पानी या नींबू पानी का सेवन करें। यह शरीर को ठंडा रखने और डिहाइड्रेशन से बचाने में मदद करेगा।
2. घर में ही रहें:
जब भी संभव हो, घर के अंदर रहें। खासकर दिन के उन घंटों में जब गर्मी अपने चरम पर होती है (11:00 AM से 4:00 PM तक)। घर के अंदर एयर कंडीशनर या पंखे का इस्तेमाल करें ताकि तापमान नियंत्रित रहे।
3. हल्के कपड़े पहनें:
गर्मी में हल्के, ढीले और हल्के रंग के कपड़े पहनें। कॉटन जैसे प्राकृतिक कपड़े शरीर को ठंडा रखते हैं, और हल्के रंग सूरज की किरणों को परावर्तित करते हैं, जिससे अधिक गर्मी नहीं महसूस होती।
4. सूर्य की किरणों से बचें:
अगर बाहर निकलना पड़े तो सूर्य की किरणों से बचने के लिए धूप का चश्मा, चौड़ी टोपी और सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। यह आपकी त्वचा को धूप से बचाएगा और UV रेज़ से होने वाले नुकसान से बचाएगा।
5. हल्का भोजन करें:
गर्मी के दिनों में भारी भोजन करने से बचें। हल्का और ताजगी प्रदान करने वाला भोजन जैसे फल, सलाद, और जलपान खाएँ। ऐसे खाद्य पदार्थों में पानी की मात्रा अधिक होती है और ये आपको ठंडक प्रदान करेंगे।
6. स्वास्थ्य की जाँच करें:
गर्मी के दौरान खासकर बुजुर्गों और बच्चों का ध्यान रखें। अगर उन्हें लू लगने के लक्षण दिखते हैं तो तुरंत उपचार करवाएं। हीटस्ट्रोक के लक्षणों को पहचानना और समय पर इलाज कराना बेहद जरूरी है।
दिल्ली में लू का खतरा फिर से बढ़ रहा है, और इस बार भी तापमान 42°C तक पहुँचने का अनुमान है। यह समय सावधानी बरतने का है, खासकर उन लोगों के लिए जो गर्मी से सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं। पानी की कमी, स्वास्थ्य समस्याओं, और अत्यधिक गर्मी से बचने के लिए जरूरी कदम उठाना बहुत महत्वपूर्ण है।
यह ध्यान रखना जरूरी है कि जलवायु परिवर्तन और वातावरणीय बदलावों के कारण भविष्य में ऐसे मौसम पैटर्न और अधिक सामान्य हो सकते हैं। हमें इन मौसमीय बदलावों के लिए तैयार रहना होगा और जितना संभव हो, हम अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
Discover more from
Subscribe to get the latest posts sent to your email.