पुणे से दिल्ली आ रही अकासा एयर (Akasa Air) की एक फ्लाइट (Flight) में यह घटना (Incident) हुआ। उड़ान भरने के दौरान अचानक एक पक्षी (Bird) विमान से टकरा गया। इस बर्ड हिट (Bird Hit) के कारण पूरा विमान (Aircraft) बुरी तरह डगमगा गया। इस घटना से यात्रियों (Passengers) में थोड़ी देर के लिए हलचल (Commotion) मच गई थी। क्रू मेंबर्स (Crew Members) भी इस अप्रत्याशित झटके से अलर्ट हो गए थे। हालाँकि, पायलट (Pilot) की बेहतरीन सूझबूझ और एडवांस्ड ट्रेनिंग (Advanced Training) ने स्थिति को तुरंत कंट्रोल (Control) में ले लिया।
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अकासा एयर के एक प्रवक्ता (Spokesperson) ने इस पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता (Priority) हमेशा यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा रही है। उन्होंने आश्वस्त किया कि इस इंसीडेंट में भी इसे पूरी तरह सुनिश्चित (Ensure) किया गया।
सुरक्षित लैंडिंग: किसी यात्री को कोई चोट नहीं
सबसे अच्छी खबर यह है कि विमान ने दिल्ली में सुरक्षित लैंडिंग (Safe Landing) की। पायलट (Pilot) ने अपने अनुभव से विमान को सही सलामत उतारा। यात्री और चालक दल (Crew) के सभी सदस्य सकुशल विमान से बाहर निकले। इस घटना में किसी को भी कोई चोट (Injury) नहीं आई। किसी भी तरह की हताहत (Casualty) की रिपोर्ट नहीं मिली है।
अकासा एयर के प्रवक्ता ने यात्रियों की सुरक्षा पर ज़ोर दिया। उन्होंने बताया कि इस इमरजेंसी (Emergency) में भी सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन किया गया। फ्लाइट क्रू (Flight Crew) के शांत व्यवहार ने यात्रियों को भरोसा दिलाया।
इंजीनियरिंग टीम कर रही गहन जांच
पक्षी से टक्कर के बाद विमान (Aircraft) को जाँच के लिए भेजा गया है। इसे अकासा एयर की इंजीनियरिंग टीम (Engineering Team) द्वारा गहन जाँच (Inspection) के लिए ले जाया गया है। प्रवक्ता ने कन्फर्म (Confirm) किया कि यह उनकी मानक ऑपरेटिंग प्रक्रिया (SOP) का हिस्सा है।
प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि विमान की पूरी तरह से जाँच की जा रही है। इसे सेवा (Service) में तभी वापस लाया जाएगा। जब यह पूरी तरह सुरक्षित (Safe) पाया जाएगा। इसे उड़ान (Flight) के लिए पूरी तरह फिट (Fit) होना चाहिए। कंपनी इस घटना को गंभीरता (Seriousness) से ले रही है।
एविएशन इंडस्ट्री में सामान्य है यह घटना
अकासा एयर ने अपनी सुरक्षा नीतियों (Safety Policies) को दोहराया है। पक्षी टक्कर (Bird Collision) जैसी घटनाएँ असामान्य (Unusual) नहीं हैं। एविएशन इंडस्ट्री (Aviation Industry) में ये घटनाएँ होती रहती हैं। एयरलाइंस (Airlines) ऐसी घटनाओं का सामना करने के लिए हमेशा तैयार रहती हैं। कंपनी ने यात्रियों को पूरी तरह आश्वासन (Assurance) दिया है। उनकी सुरक्षा और सुविधा के लिए हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
विशेषज्ञों (Experts) के अनुसार पक्षी टक्कर (Bird Strike) कोई नई बात नहीं है। यह घटनाएँ अक्सर कम ऊँचाई (Low Altitude) पर होती हैं। यह टेकऑफ (Takeoff) या लैंडिंग (Landing) के समय हो सकता है। आधुनिक विमानों (Modern Aircraft) को इस तरह डिज़ाइन (Design) किया गया है। वे ऐसी परिस्थितियों (Situations) का सामना आसानी से कर सकते हैं। पायलटों को भी विशेष ट्रेनिंग (Training) दी जाती है।
यात्रियों ने सुनाए अपने अनुभव
कुछ यात्रियों ने अपने अनुभव (Experience) साझा किए। उन्होंने बताया कि लैंडिंग के दौरान थोड़ी घबराहट (Nervousness) हुई थी। लेकिन चालक दल (Crew) ने स्थिति को बेहतरीन ढंग से संभाला। उन्होंने शांति और प्रोफेशनल ढंग (Professional Manner) का परिचय दिया।
एक यात्री ने बताया कि उन्हें एक झटका (Jerk) महसूस हुआ था। लेकिन पायलट ने तुरंत ही सबको आश्वस्त कर दिया। उन्होंने बताया कि सब कुछ कंट्रोल में है और कोई चिंता की बात नहीं है। पायलट की सूझबूझ के कारण यह फ्लाइट सुरक्षित रही।



