सिंगापुर। कहने को यह महज दो देश के राष्टाध्यक्षो की मुलाकात है। बावजूद इसके इस मुलाकात पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी है। हो, भी क्यों नहीं? क्योंकि, वार्ता सफल हुआ तो ठीक। वर्ना, तीसरा विश्वयुद्ध या यूं कहें कि परमाणु युद्ध का खतरा…। कमोवेश इसका नुकसान पूरी दुनिया को भुगतना पड़ सकता है।
जीहां, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के सिंगापुर में होने वाली शिखर वार्ता पर इस वक्त पूरी दुनिया की नजरें गड़ी है। बतातें चलें कि दोनो शीर्ष नेता वार्ता के लिए सिंगापुर पहुंच चुकें हैं। हालांकि, दोनो के बीच मंगलवार को आमने-सामने की वार्ता होनी है। इसे दोनो के बीच संबंधों के नए युग के आगाज के तौर पर भी देखा जा रहा है। मुलाकात के दौरान परमाणु निरस्त्रीकरण पर चर्चा होने की बात कही जा रही है।
समाचार एजेंसी एफे ने कोरियन सेंट्रल न्यूज़ एजेंसी के हवाले से जानकारी दी है कि सिंगापुर में दोनों नेता नए सिरे से संबंधों को स्थापित करने की कोशिश करेंगे। इसके अतिरिक्त कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु निरस्त्रीकरण के लक्ष्य को पूरा करने और क्षेत्र में स्थाई शांति बनाए रखने के तंत्र निमार्ण की कोशिश होनी है। यदि ऐसा हुआ तो इससे नए युग की जरूरत को पूरा करने का मार्ग खुल जायेगा।