गुरूवार, जुलाई 3, 2025
होमKKN Specialकर्नाटक: किसकी जीत और किसकी हत्या?

कर्नाटक: किसकी जीत और किसकी हत्या?

Published on

spot_img
Follow Us : Google News WhatsApp

आखिरकार राजनीति में और कितना गिरेंगे हम

कौशलेन्द्र झा
कर्नाटक। कर्नाटक में आज सुबह बीएस येदयुरप्पा ने 25वें मुख्यमंत्री की शपथ ले ली। भाजपा समर्थको में खुशी की लहर है। वही, कॉग्रेस ने इसको लोकतंत्र की हत्या बताते हुए कर्नाटक विधानसभा के परिसर में स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष धरना पर बैठ गई है।

इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में पूरी रात इस मामले की सुनवाई चली। फिलहाल, सुप्रीम कोर्ट अभी यह तय नही कर सकी है कि यह लोकतंत्र की जीत है या हत्या? बहरहाल, सुनवाई जारी है। अब आम लोगो के जेहन में सवाल उठने लगा है कि हम जिस संविधान की लगातार दुहाई देते रहते है। क्या, वास्तव में हमारा संविधान इतना कमजोर है कि आज हमारा लोकतंत्र निर्णय करने की स्थिति में नही रहा या हम इतने कमजोर हो गए है कि हम अपने ही संविधान के प्रावधानो को समझ नही पाते? क्यों अंतिम निर्णय के लिए हमे बार- बार अदालत की शरण में जाना पड़ता है? सवाल ये भी कि हमारे देश में विधायिका सर्वोच्च है या न्यायपालिका? आज यह एक बड़ा सवाल बन गया है।
विवाद का कारण है, विशेषाधिकार
हमारे संविधन में प्रावधान है कि सबसे बड़ी पार्टी या सबसे बड़ी गठबंधन को राज्यपाल सरकार बनाने के लिए आमंत्रित कर सकतें हैं। यहां राज्यपाल को अपने विवेक से तय करना है कि राज्य में सबसे बड़ी पार्टी या गठबंधन स्थायी सरकार दे सकती है? दरअसल, राज्यपाल का यही विवेक अक्सर विवाद का कारण बनता रहा है। समय- समय पर कतिपय राजनीतिक पार्टिया अपने खास एजेंडा के तहत इस लड़ाई को अदालत में लाकर विधायिका का माखौल बनाते रहतें हैं। याद करीय, इस काम में कोई किसी से पीछे नही है। कॉग्रेस हो या बीजेपी, हमाम में सभी नंगे है। हमारी मुश्किल ये है कि हम पार्टी लाइन से हट कर समस्या का समाधान तलाशने की कोशिश नही करते। सोशल मीडिया पर ताल ठोकने वाले लोग सोशल समस्या को लेकर गंभीर नही होते है और हमारे रहनुमा, इसी का बेजा लाभ लेने के लिए मामलो को उलझा कर हमे आपस में लड़ा कर इसका राजनीतिक लाभ लेते रहतें हैं।
स्पष्ट प्रावधान की उठनी चाहिए मांग
आजादी के सात दशक बाद भी हम अपने ही संविधान को समझ नही पा रहें हैं और प्रावधान की उलझनो को समझने के लिए न्यायालय की शरण में चले जाते है। ऐसे में सभी पार्टी आपस में मिल कर इन प्रावधानो को स्पष्ट क्यों नही करती? क्यों नही इसके लिए एक और संविधान संसोधन होता है? दरअसल, ये राजनीतिक पार्टिया इन मुद्दो को जानबूझ कर उलझा कर रखना चाहती है, ताकि अपने हिसाब से इसकी व्याख्या करके लोगो को गुमराह किया जा सके। राजनीतिक ड्रामा किया जा सके और लोगो को बांटा जा सके।
मौजूदा राजनीति को समझने की जरुरत
याद रखिए, ये भड़काउ बयान दे सकते हैं। टीवी पर बैठ कर इसको लोकतंत्र की हत्या बता सकते हैं। पूरा दिन या कई- कई रोज तक धरना पर बैठ सकते हैं। अदालत में लम्बी लड़ाई भी लड़ सकते हैं। किंतु, संसद में बैठ कर संविधान का संसोधन नही कर सकते। कानून के प्रावधानो को स्पष्ट नही कर सकते। आज कॉग्रेस न्याय मांग रही है। कल भाजपा न्याय मांगेगी या मांगती रही है। किंतु, ये लोग संविधान में संसोधन करके प्रावधानो को स्पष्ट नही कर सकते। इस राजनीति को समझने का वक्त आ गया है।


Discover more from

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Latest articles

चुनाव जीतने के लिए पर्दे के पीछे हो रही है खतरनाक तैयारी

क्या राजनीति सिर्फ चुनाव जीतने का खेल है? या फिर एक ऐसा षड्यंत्र, जिसमें...

सैयारा: अहान पांडे और अनीत पड्डा की रोमांटिक डेब्यू, ‘धुन’ सॉन्ग के साथ संगीत का जादू

फिल्म सैयारा की रिलीज़ की तारीख नजदीक आ रही है, और इसके साथ ही...

War 2: Hrithik Roshan और Jr NTR की ऐतिहासिक फिल्म जो बनी है इस साल की सबसे बड़ी उम्मीद

War 2, जिसमें Hrithik Roshan और Jr NTR मुख्य भूमिकाओं में हैं, इस साल...

मावरा होकाने का इंस्टाग्राम अकाउंट भारत में फिर से उपलब्ध

मावरा होकाने, पाकिस्तान की प्रसिद्ध अभिनेत्री, का इंस्टाग्राम अकाउंट भारत में फिर से उपलब्ध...

More like this

बिहार चुनाव 2025 से पहले चुनाव आयोग ने शुरू किया विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दृष्टिगत, चुनाव आयोग ने विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान की...

तेज प्रताप यादव ने खुद को बताया दूसरा लालू यादव, तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने का दिया समर्थन

बिहार की राजनीति में अपनी बेबाक बयानबाजी और अनूठे अंदाज के लिए पहचाने जाने...

बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों में तेजी, चुनाव चिन्हों का आवंटन: पार्टी के नए प्रतीक और चुनावी रणनीतियाँ

बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियाँ अब तेज़ हो गई हैं। चुनाव आयोग ने विभिन्न...

बिहार के मंत्री अशोक चौधरी बने प्रोफेसर, अब कॉलेज में पढ़ाएंगे राजनीति शास्त्र

बिहार के वरिष्ठ नेता और राज्य के ग्रामीण कार्य मंत्री डॉ. अशोक चौधरी अब शिक्षा के क्षेत्र में...

तेजस्वी यादव का बयान: बिहार की राजनीति में लालू यादव परिवार से किसी नए सदस्य के प्रवेश पर रोक

KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने हाल ही में लालू यादव परिवार से...

इंदिरा गांधी आपातकाल: भारतीय लोकतंत्र का सबसे अंधकारमय दौर

KKN गुरुग्राम डेस्क | 25 जून 1975 का दिन भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक...

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ‘जनता दर्शन’: जनता की समस्याओं का तत्काल समाधान का आश्वासन

KKN गुरुग्राम डेस्क उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 23 जून 2025 को अपने सरकारी आवास...

सीट शेयरिंग पर एनडीए और महागठबंधन में खिचड़ी पकनी शुरू

KKN न्यूज ब्यूरो। बिहार एनडीए में BJP-JDU के बीच सीटों को लेकर खामोश खींचतान।...

बिहार चुनाव 2025 से पहले मुकेश सहनी का बड़ा ऐलान

KKN गुरुग्राम डेस्क | जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव 2025 नज़दीक आ रहा है, राजनीतिक...

बिहार पेंशन वृद्धि: चुनावी साल में राजनीति तेज, नीतीश कुमार पर आरोप और प्रशांत किशोर की प्रतिक्रिया

KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के करीब आते ही मुख्यमंत्री नीतीश...

बिहार में पेंशन योजना को लेकर नीतीश कुमार का बड़ा ऐलान, अब हर माह मिलेंगे ₹1100, जुलाई से होगा लागू

KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के...

PM मोदी के बिहार दौरे पर भड़के तेजस्वी यादव, बोले- “हमको जेब काटने वाला पीएम और अचेत सीएम नहीं चाहिए”

KKN गुरुग्राम डेस्क | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे के बाद सूबे की...

बिहार चुनाव 2025: क्या पवन सिंह भी मनीष कश्यप के बाद जन सुराज पार्टी में होंगे शामिल?

KKN गुरुग्राम डेस्क | जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव 2025 नजदीक आ रहे हैं, प्रदेश की...

पीएम मोदी का Siwan दौरा – RJD एवं कांग्रेस पर तीखा हमला

KKN गुरुग्राम डेस्क | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीवान में आयोजित जनसभा में जमकर RJD और...

बिहार चुनाव 2025 से पहले प्रशांत किशोर का बड़ा बयान, कहा – “निशांत कुमार राजनीति में नहीं आएंगे”

KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार में वर्ष 2025 के अंत में होने वाले विधानसभा...
Install App Google News WhatsApp