मुजफ्फरपुर। स्त्री के मन का द्वंद हो या एहसास का रूहानी रिश्ता, भावनाओं को शब्दों में पिरोकर रखने वाली शहर की काजल ने पहली ही किताब से पाठकों के दिलों में जगह बना ली है। शहर की बेटी को उसकी पहली ही कविता संग्रह के लिए साहित्य सारथी सम्मान से नवाजा गया है। काजल भाटोलिया को यह सम्मान दिल्ली में 25 जून को मिला है। अघोरिया बाजार निवासी ओमप्रकाश जालान व कुसुम जालान की बेटी काजल कहती है कि बचपन से कविता लिखने का शौक था। बाद में यह शौक कब जुनून बन गया, पता ही नहीं चला। काजल ने रूह की आवाज और कश्ती में चांद कविता संग्रह लिखा, जिसे केजी पब्लिकेशन ने प्रकाशित किया है। चैपमैन हाईस्कूल और एमडीडीएम से हिन्दी में ग्रेजुएट काजल की शादी बोकारो में हुई है। बाल विवाह, डायन जैसे कुरीतियों के खिलाफ काजल ने कई कविताएं लिखी हैं।
This post was published on जुलाई 13, 2017 19:56
या आप जानते हैं कि गिद्ध क्यों विलुप्त हो गए? और इसका मानव जीवन पर… Read More
भारत और पाकिस्तान के 1947 के बंटवारे में केवल जमीन ही नहीं, बल्कि घोड़ागाड़ी, बैंड-बाजा,… Read More
7 दिसंबर 1941 का पर्ल हार्बर हमला केवल इतिहास का एक हिस्सा नहीं है, यह… Read More
सफेद बर्फ की चादर ओढ़े लद्दाख न केवल अपनी नैसर्गिक सुंदरता बल्कि इतिहास और संस्कृति… Read More
आजादी के बाद भारत ने लोकतंत्र को अपनाया और चीन ने साम्यवाद का पथ चुना।… Read More
मौर्य साम्राज्य के पतन की कहानी, सम्राट अशोक के धम्म नीति से शुरू होकर सम्राट… Read More