बिहार। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज से राज्य में बाल-विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ सशक्त राज्यव्यापी महाअभियान का आगाज कर दिया है। गांधी जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री ने राजधानी पटना स्थित सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर के बापू सभागार से इसका शंखनाद करने वालें हैं।
इस दौरान बाल-विवाह और दहेज उन्मूलन के लिए जागरूकता रथ और कला जत्था को झंडी दिखा कर रवाना किया जायेगा। यह रथ पूरे राज्य का भ्रमण कर लोगों को जागरुक करेगा। शराबबंदी के बाद समाज सुधार की दिशा में बढ़ाया गया राज्य सरकार का यह बड़ा कदम है।
लोगों को जागरुक करने के लिए गीतों, नारों, छोटी फिल्मों की सीडी के साथ-साथ होर्डिंग-बैनर आदि का इस्तेमाल होगा। बाल-विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ आवाज उठाने वाली महिलाएं बड़ी संख्या में इस अभियान से जुड़ने लगी है। राज्य मुख्यालय के साथ-साथ सभी जिला मुख्यालय में एक साथ कार्यक्रम आयोजित होंगे। इसके लिए कलाकारों का 124 जत्था तैयार किया गया है। ये कलाकार राज्य की हर पंचायत में जाएंगे और गीतों-नाटकों के माध्यम से लोगों को बाल-विवाह और दहेज के खिलाफ जागरूक करेंगे।
राज्य भर के करीब ढाई करोड़ स्कूली बच्चे बाल-विवाह और दहेज प्रथा जैसी सामाजिक कुरीतियों को जड़ से खत्म करने का शपथ लेंगे। इसके साथ-ही-साथ राज्य के सभी सरकारी कायार्लायों, स्वास्थ्य केंद्रों, पुलिस थाने, आंगनबाड़ी केंद्रों और अन्य संस्थानों में भी शपथ कार्यक्रम का आयोजन होगा। सभी बाल-विवाह को रोकने और दहेज नहीं लेने-देने की शपथ लेंगे। ताकि राज्य से यह दोनों सामाजिक कुरीतियों का खात्मा किया जा सके।
This post was published on अक्टूबर 2, 2017 12:44
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