मुजफ्फरपुर। सिवाईपट्टी थाना के बासुदेव बनुआ गांव में बदमाशो ने रविवार की तड़के सोयी अवस्था में शिक्षक आलोक कुमार को गोली मार दी। बदमाशो ने शिक्षक पर आधा दर्जन राउंड फायर किया।
इसमें से एक गोली उनके पैर और दूसरा हाथ में लगी है। जख्मी अवस्था में श्री कुमार को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। इलाज के दौरान चिकित्सको ने उनके शरीर से दोनो गोली को बाहर निकाल दिया है और अब वे खतरे से बाहर बताए जा रहें हैं।
घटना, रविवार की सुबह करीब तीन बजे की है। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची सिवाईपट्टी पुलिस ने घटनास्थल से दो बाइक, और दो खोखा बरामद किया। थाना अध्यक्ष औरंगजेब आलम ने बताया कि बरामद बाइक के मालिक की पहचान हो गई है। इसमें से एक मेहसी थाना के कस्वा गांव का रहने वाला महेश चौधरी है और दूसरा कथैया थाना के कथैया गांव का रहने वाला राजकुमार चौधरी है। सिवाईपट्टी पुलिस ने दोनो की गिरफ्तारी के लिए छापामारी शुरू कर चुकी है। हालांकि, खबर लिखे जाने तक इसकी एफआईआर दर्ज नही हुई थी।
ऐसे हुई घटना
शिक्षक के भाई अविनाश कुमार ने बताया कि चार बाइक पर सवार होकर आठ बदमाश सुबह करीब तीन बजे आए। गांव में पहुंच कर बदमाशो ने दो बाइक को घर के समीप एक स्कूल में खड़ा कर दिया और दो बाइक लेकर सुबह करीब तीन बजे सभी बदमाश शिक्षक के दरबाजे पर पहुंच गये और घर के खुले बरामदा पर सो रहे शिक्षक आलोक कुमार पर ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे। इसमें से एक गोली श्री कुमार के पैर और दूसरा हाथ में लगी। इस बीच गोली चलने की आबाज सुन कर ग्रामीण दौर पड़े। लोगो की भीड़ आते देख कर हड़बरी में भागे बदमाशो का दरबाजे पर खड़ी दोनो बाइक घटनास्थल पर ही छूट गयी और स्कूल के समीप खड़ी अन्य दो बाइक के सहारे सभी बदमाश अंधेरे का लाभ उठा कर भागने में सफल हो गये।
कारणो पर परिजनो ने साधी चुप्पी
सवाल उठना लाजमी है कि आखिरकार बदमाशो ने शिक्षक को गोली क्यों मारी? किंतु, इस सवाल पर परिजनो का चुप्पी साध लेना, अपने आप में एक और सवाल खड़ा कर देता है। शिक्षक के भाई अविनाश कुमार बतातें है कि उन्हें इस संबंध में कुछ भी ज्ञात नही है। वही, पड़ोस के रहने वाले कपील प्रसाद यादव ने भी कुछ भी बताने से इनकार कर दिया है। पुलिस के अधिकारी इसे आपसी रंजीश की परिणति बता रहें है। बाततें चलें कि पंचायत समिति सदस्य के पद से त्यागपत्र देकर कुछ साल पहले ही आलोक कुमार ने शिक्षक की नौकरी ज्वाइन की थी और वर्तमान में सिवाईपट्टी के उत्क्रमिक उच्च विद्यालय में कार्यरत है।
बाइक चोरी का आवेदन देना महंगा पड़ा
सिवाईपट्टी पुलिस ने मेहसी थाना के कस्वा निवासी रमेश चौधरी को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। वह मीनापुर थाना में अपने बाइक की चोरी होने का एफआईआर दर्ज कराने आया था। बतातें चलें कि बासुदेव बनुआ से बरामद बाइक रमेश के भाइ महेश चौधरी के नाम पर पंजीकृत है। स्मरण रहें कि रमेश का मीनापुर थाना के पुरानी घरारी गांव में ससुराल भी है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी है। इस बीच खबर मिली है कि कथैया थाना के कथैया गांव का रहने वाला राजकुमार चौधरी का बाइक दस रोज पहले ही चोरी हो गया था। श्री चौधरी ने कथैया थाना में इसकी एफआईआर भी दर्ज कराई हुई है।
This post was published on %s = human-readable time difference 08:31
7 दिसंबर 1941 का पर्ल हार्बर हमला केवल इतिहास का एक हिस्सा नहीं है, यह… Read More
सफेद बर्फ की चादर ओढ़े लद्दाख न केवल अपनी नैसर्गिक सुंदरता बल्कि इतिहास और संस्कृति… Read More
आजादी के बाद भारत ने लोकतंत्र को अपनाया और चीन ने साम्यवाद का पथ चुना।… Read More
मौर्य साम्राज्य के पतन की कहानी, सम्राट अशोक के धम्म नीति से शुरू होकर सम्राट… Read More
सम्राट अशोक की कलिंग विजय के बाद उनका जीवन पूरी तरह से बदल गया। एक… Read More
KKN लाइव के इस विशेष सेगमेंट में, कौशलेन्द्र झा मौर्यवंश के दूसरे शासक बिन्दुसार की… Read More