किसानों को खुश करने की कोशिश
KKN लाइव न्यूज ब्यूरो। बिहार विधानसभा में डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने वित्तीय वर्ष 2020-21 का बजट पेश कर दिया है। यह करीब 2 लाख 11 हजार 761 करोड़ रुपये की बजट है। बिहार की सरकार ने इस बजट में 62 लाख से अधिक किसानों को राहत देने की कोशिश की है। बजट पेश करते हुए डिप्टी सीएम और वित्तमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में शिक्षा पर सबसे ज्यादा खर्च किया जाएगा। इस बजट के लिए आम लोगों से भी राय ली गई थीं।
बिहार में विकास दर 15 प्रतिशत पहुंचा
वित्तमंत्री मोदी ने कहा कि जहां पूरी दुनिया मंदी के दौरा से गुजर रही है और इसका असर भारत पर भी पड़ने की आशंका है। इसके बावजूद बिहार ने 2019-20 में 15.01 विकास दर हासिल किया है और यह अपने आप में एक बड़ी उपलब्धी है। कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर बिहार में प्रति व्यक्ति आय में इजाफा हुआ है। वित्तमंत्री ने 31 मार्च तक हर घर नल जल योजना को पहुंचाने और 1 लाख 36 हजार किसानों को सस्ती बिजली देने का वादा किया है।
बजट की कुछ मुख्य बातें
बिहार में बनेगा 8,074 चेक डैम। स्वास्थ्य पर 1937 करोड़ रुपये होंगे खर्च। वर्ष 2020-21 में शिक्षा पर 35 हजार करोड़ खर्च करने की है योजना। स्वास्थ्य पर 1,937 करोड़ रुपये खर्च करने का है प्रावधान है। बिहार के 12 जिलों में जैविक खेती की योजना है। इसी प्रकार वर्ष 2021-22 तक ग्रिड सब-स्टेशनों की कुल संख्या बढ़कर 169 और संचरण लाइन की कुल लम्बाई 20,324 सर्किट किलोमीटर हो जायेंगे। विज्ञान एवं प्रावधिकी विभाग के द्वारा सूबे की 10 अभियंत्रण महाविद्यालयों के परिसर में 336.00 करोड़ की लागत से 12 लड़का एवं 9 लड़की का छात्रावास बनाया जायेगा और 12 राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थानों के परिसर में 520.14 करोड़ की लागत से 18 लड़का व 16 लड़की छात्रावासों का निर्माण कराया जायेगा। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा इन्दिरा गाँधी आयुर्विज्ञान संस्थान, शेखपुरा, पटना को सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल के रूप में विकसित करने के लिए शैय्याओं की संख्या 1,032 से बढ़ाकर 2,732 की जायेगी। इसी प्रकार 500 शैय्या के निर्माणाधीन अस्पताल के अतिरिक्त 513.21 करोड़ की लागत से 1,200 बेड के नये अस्पताल भवन का निर्माण किया जायेगा। लगभग 172.95 करोड़ रुपये की लागत से 9 जिला अस्पतालों का अन्नयन होना है। इसमें आरा, अररिया, वैशाली, औरंगाबाद, बांका, पूर्वी चम्पारण, सीतामढ़ी, मधुबनी एवं सहरसा का मॉडल अस्पताल के रूप में उन्नयन किया जायेगा। वर्ष 2020-21 में 12 जिला अस्पतालों का उन्नयन होना है। इसमें बेगूसराय, भागलपुर, गया, गोपालगंज, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, नालन्दा, पटना, रोहतास, समस्तीपुर एवं सिवान के जिला अस्पताल का उन्नयन किया जाएगा।