KKN गुरुग्राम डेस्क | शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात को भारत और पाकिस्तान के बीच हालात अचानक तनावपूर्ण और युद्ध जैसे हो गए। पाकिस्तान ने भारत के चार राज्यों — जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात — में 26 से अधिक जगहों पर ड्रोन और मिसाइल हमले करने की कोशिश की, जिसका भारत ने सटीक और कड़ी सैन्य कार्रवाई से जवाब दिया।
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भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के चार प्रमुख एयरबेस पर हमला कर उन्हें गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया। इसके बाद पाकिस्तान ने अपना एयरस्पेस बंद कर दिया, और दोनों देशों की सेनाएं हाई अलर्ट पर हैं।
पाकिस्तान के एयरबेस बने भारत के हमलों का निशाना
भारतीय वायुसेना ने जिन एयरबेस पर हमला किया, वे पाकिस्तान की रणनीतिक वायु सुरक्षा का प्रमुख हिस्सा हैं:
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नूर खान एयरबेस (रावलपिंडी)
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मुरीद एयरबेस (चकवाल)
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रफीकी एयरबेस (शोरकोट)
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एक अन्य सैन्य ठिकाना (इस्लामाबाद के पास)
इन हमलों से पाक वायुसेना के फाइटर जेट्स, रडार सिस्टम और लॉन्चिंग पैड को गंभीर क्षति पहुंची है। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह कार्रवाई पाकिस्तान के लिए रणनीतिक झटका है।
पाकिस्तान की फतेह-1 मिसाइल को भारत ने हवा में किया नष्ट
पाकिस्तान ने भारत की तरफ फतेह-1 बैलिस्टिक मिसाइल दागी, लेकिन भारत के उन्नत वायु रक्षा तंत्र, जिसमें S-400, L-70 और ZU-23-2 तोपें शामिल हैं, ने मिसाइल को मध्य आकाश में इंटरसेप्ट कर निष्क्रिय कर दिया।
सरसा क्षेत्र में इस इंटरसेप्शन के दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं, जहां मिसाइल के टुकड़े गिरने की पुष्टि स्थानीय प्रशासन ने की। लोगों से घरों के भीतर रहने की अपील की गई है।
जम्मू, पंजाब और कश्मीर में धमाकों से दहशत
भारत की सीमा से सटे कई शहरों और गांवों में रातभर धमाकों की आवाजें, सायरन, और एंटी-एयरक्राफ्ट फायरिंग सुनाई दीं:
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श्रीनगर एयरपोर्ट के पास सुबह 5:20 बजे विस्फोट
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बारामुल्ला और उधमपुर में सुबह 4:50 बजे धमाके
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पठानकोट और फिरोजपुर में रुक-रुक कर विस्फोट और गोलीबारी
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अमृतसर में रेड अलर्ट घोषित, लोगों को घर में रहने का निर्देश
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गुजरात के कच्छ क्षेत्र में ड्रोन हमला विफल
जम्मू के रिहायशी इलाकों में भारी क्षति हुई है और राजौरी के एडीसी (ADDC) की मौत पाकिस्तानी गोलाबारी में हो गई।
पाकिस्तान ने एयरस्पेस किया बंद, कई उड़ानें प्रभावित
भारत के हमलों के बाद पाकिस्तान ने सुबह 12 बजे तक के लिए अपना पूरा एयरस्पेस बंद कर दिया। PIA की फ्लाइट PIA218 को क्वेटा के ऊपर उड़ते देखा गया। इस्लामाबाद, लाहौर और पेशावर में भी धमाकों की आवाजें सुनी गईं। पाकिस्तान सेना ने दावा किया कि भारत ने बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं।
नीलम घाटी और सियालकोट में भारत की जवाबी कार्रवाई
पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमलों और नागरिक क्षेत्रों में गोलीबारी के बाद, भारत ने नीलम घाटी (पाक अधिकृत कश्मीर) और सियालकोट में लॉन्चिंग पैड और आर्टिलरी पोजीशन पर जवाबी हमला किया।
ये हमले भारत की Hot Pursuit रणनीति के अंतर्गत किए गए, जिसका उद्देश्य खतरे को पहले ही नष्ट करना है।
भारत की एयर डिफेंस सिस्टम ने दिखाई ताकत
भारत की सीमाओं पर तैनात एडवांस वायु सुरक्षा सिस्टम, जैसे:
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S-400 ट्रायम्फ
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L-70 गन
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ZU-23-2 एंटी-एयरक्राफ्ट
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शिल्का डिफेंस सिस्टम
इन सभी ने पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों को सीमा के भीतर घुसने से रोका और भारतीय ठिकानों की सुरक्षा सुनिश्चित की।
भारत सरकार की प्रेस कॉन्फ्रेंस और अगली रणनीति
भारत सरकार ने शनिवार सुबह 10 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करने का ऐलान किया है, जिसमें हमलों के सभी पहलुओं पर जानकारी दी जाएगी। वहीं, रक्षा मंत्री और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के बीच इमरजेंसी मीटिंग बुलाई गई है।
गृह मंत्रालय ने सीमावर्ती राज्यों — जम्मू-कश्मीर, पंजाब, गुजरात और राजस्थान — में अलर्ट स्तर बढ़ा दिया है।
जनता के लिए अलर्ट और प्रशासन की अपील
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सीमावर्ती जिलों में स्कूल और दफ्तर बंद
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सड़क यातायात सीमित, बिजली और संचार अस्थायी रूप से बंद
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लोगों से अपील: घरों के अंदर रहें, अफवाहों पर ध्यान न दें
अमृतसर, जम्मू और कश्मीर के कई क्षेत्रों में ब्लैकआउट लागू किया गया ताकि संभावित हवाई हमलों से बचाव किया जा सके।
विश्लेषण: भारत-पाक सीमा पर 2025 का सबसे बड़ा सैन्य टकराव
- हालात बेहद तनावपूर्ण हैं लेकिन भारत की कार्रवाई सटीक और रणनीतिक है
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पाकिस्तान की जवाबी क्षमता कमजोर हुई है, जिससे उसकी स्थिति और जटिल हो गई है
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अंतरराष्ट्रीय समुदाय जैसे संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका और चीन ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है
भारत ने शुक्रवार रात को हुए पाकिस्तानी हमलों का जवाब तुरंत और प्रभावी ढंग से दिया। पाकिस्तानी एयरबेसों को सटीक मिसाइल हमलों से निशाना बनाकर भारत ने साफ संदेश दिया कि सीमा पार आक्रामकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस संघर्ष का अगला अध्याय भारत की डिप्लोमैटिक और सैन्य रणनीति पर निर्भर करेगा। अभी के लिए, भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए हर कदम उठाने को तैयार है।
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