KKN ब्यूरो। मुजफ्फरपुर में मेट्रो रेल सेवा का इंतजार जल्द खत्म होने वाला है। शहर के बढ़ते यातायात और यात्रियों की सुविधा के लिए मेट्रो प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी गई है। इस प्रोजेक्ट के तहत दो मेट्रो कॉरिडोर बनाए जाएंगे, जिनकी कुल लंबाई 21.2 किलोमीटर होगी। इस मेट्रो सेवा से शहर के लगभग 60 फीसदी यात्री लाभान्वित होंगे।
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दो प्रमुख मेट्रो कॉरिडोर
मुजफ्फरपुर मेट्रो के दो कॉरिडोर होंगे:
- हरपुर बखरी से रामदयालु नगर – यह कॉरिडोर 13.85 किमी लंबा होगा और इसमें 13 मेट्रो स्टेशन होंगे।
- एसकेएमसीएच से मुजफ्फरपुर जंक्शन – यह 7.40 किमी लंबा कॉरिडोर होगा और इसमें 7 स्टेशन बनाए जाएंगे।
मेट्रो परियोजना की लागत और लाभ
- इस पूरी परियोजना पर लगभग 5359 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
- इस मेट्रो नेटवर्क के शुरू होने से शहर के 60% यात्रियों को राहत मिलेगी।
- इससे यातायात की समस्या कम होगी और लोग कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।
बैठक में क्या हुआ?
मुजफ्फरपुर मेट्रो को लेकर हाल ही में नगर भवन में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इसमें राइट्स (रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिक सर्विस) के पदाधिकारी, शहरी क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, इंजीनियर और अन्य विशेषज्ञ शामिल हुए।
राइट्स के अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण में 20 किमी से अधिक लंबा कोई रूट नहीं होना चाहिए। भविष्य में अन्य महत्वपूर्ण रूट्स को इसमें जोड़ा जा सकता है। रेलवे के अधिकारियों ने सुझाव दिया कि रामदयालु से तुर्की तक मेट्रो रूट बढ़ाया जाए, क्योंकि इस क्षेत्र में यात्रियों का अधिक दबाव है।
मेट्रो स्टेशनों की सूची
कॉरिडोर-1 (हरपुर बखरी से रामदयालु नगर, 13.85 किमी, 13 स्टेशन)
- हरपुर बखरी
- सिपाहपुर
- अहियापुर
- जीरोमाइल चौक
- चकगाजी
- दादर चौक
- बैरिया बस स्टैंड
- चांदनी चौक
- बिसुनदत्तपुर
- भगवानपुर चौक
- गोबरसही चौक
- खबड़ा
- रामदयालु नगर
कॉरिडोर-2 (एसकेएमसीएच से मुजफ्फरपुर जंक्शन, 7.40 किमी, 7 स्टेशन)
- एसकेएमसीएच
- शहबाजपुर
- जीरोमाइल चौक
- शेखपुर
- अखाड़ाघाट
- कंपनीबाग चौक
- मुजफ्फरपुर रेलवे जंक्शन
प्रस्ताव को मिली मंजूरी
इस प्रोजेक्ट के प्रस्ताव को नगर विकास एवं आवास विभाग से मंजूरी मिल चुकी है। इसे अंतिम रूप देने के बाद सरकार को सौंपा जाएगा। अप्रैल 2025 में इस मेट्रो परियोजना की डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) का काम शुरू होगा।
भविष्य में विस्तार की संभावनाएं
बैठक में कई जनप्रतिनिधियों ने मेट्रो के रूट को आगे बढ़ाने का सुझाव दिया। कुछ पार्षदों ने मुशहरी प्रखंड और पताही क्षेत्र तक मेट्रो विस्तार की मांग की। राइट्स के अधिकारियों ने कहा कि फिलहाल 20 किमी की योजना को प्राथमिकता दी जा रही है, लेकिन आगे के चरणों में नए रूट्स पर विचार किया जाएगा।
क्या होगा फायदा?
- मेट्रो चलने से यातायात जाम की समस्या कम होगी।
- पर्यावरण को लाभ मिलेगा, क्योंकि मेट्रो ट्रैफिक से निकलने वाले प्रदूषण को कम करेगी।
- लोगों को सस्ता और तेज परिवहन विकल्प मिलेगा।
- व्यापार और वाणिज्यिक गतिविधियों में तेजी आएगी।
शहर के विकास में मील का पत्थर
मुजफ्फरपुर मेट्रो परियोजना शहर के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। इससे न केवल यातायात की समस्या दूर होगी, बल्कि आर्थिक और सामाजिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। आने वाले वर्षों में मेट्रो नेटवर्क के विस्तार से मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी की ओर एक बड़ा कदम बढ़ाएगा।
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