KKN न्यूज ब्यूरो। मुजफ्फरपुर के मीनापुर में बूढ़ी गंडक नदी का पानी 27 पंचायतो में तबाही मचा रही है। बाढ़ की कहर के बीच शिवहर स्टेट हाईवे पर आवागमन ठप हो गया है। सड़क पर चार से पांच फीट पानी चढ़ जाने के बाद बड़ी वाहनो का परिचालन रोक दिया गया है। दूसरी ओर बनघारा पावर सब स्टेशन में करीब चार फीट पानी भर जाने के बाद मीनापुर के बड़े इलाके में ब्लैकआउट का खतरा मंडराने लगा है। हालांकि, शनिवार की देर शाम तक बिजली की आपूर्ति जारी है और राहत की खबर ये कि बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर स्थिर हो गया है। इस बीच पिछले पांच रोज से बाढ़ में फंसे लोगो का धैर्य अब जवाब देने लगा है। रघई के आक्रोशित बाढ़ पीड़ितो ने मुखिया चन्देश्वर प्रसाद को बंधक बना लिया और करीब चार घंटा तक हंगामा करते रहे। बाढ़ पीड़ित भोजन और पॉलीथिन देने की मांग कर रहे थे। मुखिया ने बताया कि दोपहर बाद अपने स्तर से दो सामुदायिक किचेन की व्यवस्था करने के बाद लोगो का गुस्सा शांत हुआ। इस बीच पूर्व जिला पार्षद विनोद कुमार शर्मा ने अंचलाधिकारी से मिलकर भटौलिया गांव में फंसे सैकड़ो लोगो तक मदद पहुंचाने की मांग की है। भटौलिया में बाढ़ ने लोगो को घर में कैद रहने को विवश कर दिया है।
प्रशासन का दावा
मीनापुर की 28 में से 27 पंचायत की तीन लाख से अधिक की आबादी बाढ़ में फंसी हुई है। दूसरी ओर अंचल प्रशासन ने मात्र 92 हजार 500 परिवार के बाढ़ पीड़ित होने और 7,500 परिवार के विस्थापित होने की पुष्टि की है। अंचल प्रशासन ने प्रखंड की छह पंचायत को पूर्ण और 21 पंचायत आंशिक रूप से बाढ़ प्रभावित होने की घोषणा कर दी है। पूर्णरूप से बाढ़ प्रभावित पंचायतो में रघई, हरशेर, नंदना, महदेइया, कोइली और मझौलिया पंचायत शामिल है। अंचलाधिकारी रामजपी पासवान ने बताया कि बाढ़ में फंसे लोगो के लिए 23 नौका चलाया जा रहा है। इसमें 12 सरकारी और 11 निजी नाव शामिल है। बाढ़ पीड़ितो के बीच 2,600 पॉलीथिन शीट बांट दिया गया है। जबकि, 3,030 पॉलीथिन शीट का आबंटन प्राप्त है और इसको शीघ्र ही पीड़ितो तक पहुंचाने का काम जारी है। इसी प्रकार अभी तक अंचल प्रशासन के द्वारा 9 सामुदायिक किचेन चलाने का दावा किया गया है।
This post was published on जुलाई 11, 2021 09:50
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